लखनऊ: यूपी के बहराइच की परिवर्तन रैली पर मौसम की मार पड़ी है. खराब मौसम की वजह से पीएम मोदी का हेलिकॉप्टर नहीं पहुंच पाया, इस वजह से मोदी ने मोबाइल फोन के जरिए ही रैली को संबोधित किया.
आपको बता दें कि बहराइच के इंडो-नेपाल बॉर्डर से सटे होने और आतंकी संगठन अलकायदा की हिटलिस्ट में होने के कारण पीएम मोदी की रैली को लेकर यहां सिक्योरिटी की खासी चौकसी बरती गई थी.
पुलिस अधीक्षक सालिकराम वर्मा ने बताया था कि अर्धसैनिक बल, पीएसी और स्थानीय पुलिस समेत तकरीबन चार हजार जवानों को तैनात किया गया.
उन्होंने बताया था कि एसपीजी के अलावा 12 पुलिस अधीक्षक, 15 अपर पुलिस अधीक्षक, 44 पुलिस उपाधीक्षक, 70 थाना प्रभारी, 450 सब इंस्पेक्टर और दो हजार कान्सटेबलों के साथ आठ आठ कंपनी पीएसी और अर्धसैनिक बल के जवान रैली स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे थे.
CCTV द्वारा पूरे रैली स्थल की निगरानी
वर्मा ने बताया था कि विशेष प्रशिक्षण प्राप्त आतंकवाद रोधी स्क्वायड (एटीएस) की टीमों और स्नाइपर्स दलों को एसपीजी और प्रदेश स्तरीय वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा चिहिनत महत्वपूर्ण जगहों पर तैनात किया गया और सीसीटीवी द्वारा पूरे रैली स्थल की निगरानी की गई.
नेपाल सीमा पर सघन चेकिंग
पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि असामाजिक तत्व नेपाल सीमा का इस्तेमाल कर किसी घटना को अंजाम दे सकते हैं. इससे बचने के लिए नेपाली अधिकारियों से शनिवार शाम से नेपाल सीमा सील करने का आग्रह किया गया था.
इससे पहले मोदी गाजीपुर में 14 नवंबर, आगरा में 20 नवंबर, कुशीनगर में 27 नवंबर, मुरादाबाद में तीन दिसंबर को परिवर्तन रैलियों को संबोधित कर चुके हैं. बहराइच रैली के बाद मोदी कानपुर में 18 दिसंबर को परिवर्तन रैली संबोधित करेंगे. अगले साल दो जनवरी को उनके राजधानी लखनऊ में महारैली को संबोधित करने की संभावना है.