लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भीषण गर्मी के बीच अब बिजली की किल्लत शुरू हो गई है. इसके साथ 24 घंटे बिजली देने का दावा करने वाली योगी सरकार की पोल भी खुलने लगी है. कुल मिलाकर लोग परेशान हैं. गर्मी की वजह से प्रदेश में बिजली की मांग अचानक बढ़ गई है.


गाजियाबाद में बिजली कटौती से लोगों की हिम्मत जवाब देने लगी है. घरों के सारे काम रुके हैं.  यूपी के मेरठ के करीम नगर इलाके में 12 से 14 घंटे बिजली आ रही है, पॉवरलूम कारोबार पूरी तरह ठप है.


सीएम योगी का बड़ा फैसला, बिजली सप्लाई में VIP कल्चर खत्म


आपको बता दें कि यूपी में पीक ऑवर्स में बिजली की डिमांड 17,720 मेगावॉट है. जबकि 17,886 मेगावॉट बिजली मौजूद है. यानी 146 मेगावॉट बिजली डिमांड से ज्यादा है. बड़ा सवाल ये है कि जब यूपी में डिमांड से ज्यादा बिजली मौजूद है तो फिर बिजली क्यों कट रही है.


यूपी के मुरादाबाद में बिजली की आंख मिचौली से पीतल कारोबार पर असर पड़ा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोग भी 15 से 16 घंटे बिजली कटौती का सामना कर रहे हैं. यहां छोटे-छोटे कारखाने ठप पड़े हैं.


यूपी: गांव में 18, तहसीलों में 20 और जिला मुख्यालय में 24 घंटे बिजली देने का फैसला


मौसम विभाग के मुताबिक, इस मौसम में इतनी गर्मी सामान्य है. लेकिन जून महीने के आखिर में मानसून दस्तक देगा और गर्मी से राहत मिलेगी.


गर्मी की वजह से उत्तर प्रदेश में बिजली की मांग अचानक बढ़ गई है.  बिजली चोरी भी एक समस्या है जिससे पॉवर सप्लाई में दिक्कतें आ रही हैं. मानसून के आने के बाद मौसम में बदलाव होगा और धीरे-धीरे पॉवर सप्लाई भी सामान्य होने की उम्मीद है.


यूपी सरकार ने देहात इलाक़ों में 18 घंटे तक बिजली की सप्लाई, तहसीलों में 20 घंटे तक बिजली की सप्लाई और ज़िला हेडक्वाटर में 24 घंटे बिजली मुहैया करने का दावा किया था.