मुरादाबाद में संजीव बालियान किसानों के लिए योगी सरकार के फैसलों का गुणगान कर रहे थे कि अचानक बत्ती गुल हो गई. लाइट जाते ही पूरे हॉल में अंधेरा छा गया. घुप अंधेरे में मंत्री जी को पसीने आ गए. हॉल में हर कोई हैरान-परेशान हो गया. संजीव बालियान पहले तो मंच पर खड़े होकर लाइट आने का इंतजार करने लगे लेकिन जब थक गए तो अंधेरे में ही कुर्सी पर बैठ गए.
बीस मिनट बाद लाइट ने फिर दर्शन दिए. मंत्री जी ने फिर माइक संभाला लेकिन इस बार गुणगान की जगह सफाई जुबां पर थी. संजीव बालियान ने कहा, ‘’क्षमा मांगने की कोई बात नहीं लेकिन यह सच है कि 24 घंटे तो नहीं लेकिन पहले से तो खूब ज्यादा बिजली आ रही है.’’
मोदी सरकार के मंत्री जी साफ-साफ कह रहे हैं कि यूपी में बिजली का हाल ऐसे ही रहने वाला है, क्योंकि पिछली अखिलेश सरकार ने ऐसा सिस्टम विरासत में दिया की योगी के ज्यादा एक्शन में आने से सिस्टम फटने की आशंका है. बालियान ने कहा, ‘’इस सरकार को बिजली का जो इंफ्रास्ट्रक्चर मिला है वो ऐसा नहीं है कि किसी भी गांव या शहर में 24 घंटे बिजली दी जा सके. अगर 24 घंटे लाइट दोगे तो सारा सिस्टम बलास्ट हो जाएगा.’’
हालांकि मंच से उतरते ही संजीव बालियान के बोल बदले और इस बार पुरानी अखिलेश सरकार की जगह हॉल के खराब जनरेटर को दोष देने लगे. उन्होंने कहा, ‘’मेरे कार्यक्रम की लाइट नहीं गई थी, जनरेटर खराब हुआ था. ये हॉल लाइट के ऊपर नहीं जनरेटर के ऊपर है.’’
अलग-अलग बयान देकर मंत्री संजीव बालियान सूबे की योगी सरकार का बचाव करने कोशिश में थे. योगी सरकार के दावे जो भी हो, लेकिन मंत्री जी बिजली पर हकीकत का सामना करने के बजाए पुरानी सरकारों की तरह ही पिछली सरकारों पर बदहाली का ठीकरा फोड़ रहे हैं.
बता दें कि योगी सरकार ने यूपी में बिजली सप्लाई बेहतर होने का दावा किया है. योगी सरकार ने जिला मुख्यालयों में 24 घंटे, गांवों में 18 घंटे बिजली देने का वादा किया है. 2011 के सर्वे के मुताबिक यूपी में 1,529 गांवों में बिजली पहुंची ही नहीं है. केंद्र सरकार ग्राम ज्योति योजना के तहत यूपी को 6,946 करोड़ दिए हैं.