बरेली: यूपी के बरेली से दर्दनाक खबर आयी है. यहां रोडवेज की एक बस में आग लगने से 22 मुसाफिरों की मौत हो हो गई और कई मुसाफिर बुरी तरह जख्मी हो गये. हादसा उस वक्त हुआ जब बस की ट्रक से टक्कर हो गई. टक्कर होते ही बस में आग लग गई और 22 मुसाफिर जिंदा जल गये.



पुलिस के मुताबिक मरनेवालों की संख्या और बढ़ सकती है. जांच में पता चला है कि बस का पिछला दरवाजा बंद था जिसकी वजह से मुसाफिर तुरंत बाहर नहीं निकल सके. बस दिल्ली के आनंद बिहार से गोंडा जा रही थी.

ये आग इतनी भीषण थी कि उसने यात्रिओ को बस से निकलने का मौका ही नहीं दिया और बस में सवार ज्यादातर यात्रिओ की आग में जिंदा जलकर मौत हो गई. घटना की खबर मिलते ही मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने पहुंचकर आग पर काबू पाया. ये बस गोंडा डिपो की थी.

इस दर्दनाक घटना की खबर लगते ही एसएसपी समेत तमाम पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे. फिलहाल आईजी एसके भगत ने 18 यात्रिओ की मौत की पुष्टि की है. उनका कहना है कि अभी मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है. वहीं करीब दर्जन भर से अधिक घायलों को सिद्धिविनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

कैसे हुआ हादसा?

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जोगेन्द्र कुमार ने यहां बताया कि रविवार देर रात करीब दो बजे गोंडा डिपो की बस दिल्ली से लौट रही थी. बस चालक लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर सम्भवत: कुछ भ्रमित होकर बस को गलत तरफ ले गया. तभी इंवर्टिस मोड़ पर लखनऊ की तरफ से तेज रफ्तार से आ रहे ट्रक की बस से जबर्दस्त टक्कर हो गयी.

उन्होंने बताया कि जोरदार टक्कर के बाद दोनों ही वाहनों में आग लग गई. इससे पहले यात्रियों को बस से निकलने का मौका मिल पाता, उनका वाहन आग की लपटों में पूरी बस घिर चुका था. कुमार ने बताया कि इस हादसे में 22 बस यात्रियों की जल कर मौत हो गयी है. पोस्टमार्टम से पता चलेगा कि मृतकों में कितने पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल हैं.

वहीं, गोंडा की रहने वाली सोना ने बताया कि उसने खिड़की से कूदकर अपनी जान बचाई. ड्राइवर चंद्रशेखर का कहना है कि वो सो रहा था और दूसरा ड्राइवर बस चला रहा था.