रामपुर: बीजेपी की तेजतर्रार नेता और केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा है कि समाजवादी पार्टी में अंदरूनी कलह ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उसके संरक्षक मुलायम सिंह यादव ‘‘न ही लोहियावादी न ही समाजवादी बल्कि परिवारवादी’’ हैं.


मुस्लिमों और यादवों के शुभचिंतक कैसे हो सकते हैं मुलायम-अखिलेश ?


उमा ने सवाल किया, ‘‘मैं यह जानना चाहती हूं कि किस उद्देश्य से और किसके कल्याण के लिए परिवार का विवाद शुरू किया गया और अभी भी जारी है. जब पिता और पुत्र एक-दूसरे के प्रति निष्ठावान नहीं हैं, तो वे मुस्लिमों और यादवों के शुभचिंतक कैसे हो सकते हैं.’’



सत्ता हथियाने के लिए परिवार की कलह शर्मनाक


उमा ने रामपुर से करीब 30 किलोमीटर दूर मुस्लिम बहुल मुरसेना गांव में गुरुवार को एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सत्ता हथियाने के लिए परिवार की कलह शर्मनाक कृत्य और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खतरनाक है.’’


यूपी में असुरक्षित छोड़ दी गई महिलाएं


बीजेपी नेता ने कहा कि एसपी नेताओं के बीच सत्ता के लिए संघर्ष के चलते उत्तर प्रदेश में महिलाएं असुरक्षित छोड़ दी गई. उन्होंने कहा, ‘‘हमारी बहनों और पुत्रियों की सुरक्षा के लिए हम सभी को एकजुट होकर वर्तमान सरकार को हटाना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि इस बार जनादेश खंडित नहीं हो.’’


नोटबंदी के कदम से BSP सबसे अधिक प्रभावित


उमा ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के कदम से बीएसपी सबसे अधिक प्रभावित हुई है. यह तथ्य है कि बीएसपी प्रमुख मायावती के पास 1000 रूपये और 500 रूपये के पुराने नोट के ढेर हैं. यही हाल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का है.’’


मुख्यमंत्री पद का कोई उम्मीदवार घोषित नहीं


उन्होंने उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद का कोई उम्मीदवार घोषित नहीं करने के बीजेपी के निर्णय का बचाव किया और कहा, ‘‘हमारा चेहरा पार्टी का झंडा और पार्टी का चिन्ह कमल है.’’