यूपी: कार चेकिंग के दौरान अमनमणि का साला पुलिस से भिड़ा, मौर्य के बेटे का भी चालान कटा
पुलिस ने चेकिंग के दौरान यूपी के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे की गाड़ी का भी पुलिस ने चालान कर दिया. पुलिस के मुताबिक, UP 32 FP 5000 नंबर की वीआईपी सफारी कार पर काली फिल्म चढ़ी हुई थी.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में गाड़ियों में काली पट्टी लगाना और गाड़ियों में हूटर लगाना वीआईपी कल्चर की पहचान है. लखनऊ में कल ऐसी ही गाड़ियों पर पुलिस ने कार्रवाई की है. यूपी के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे की गाड़ी का पुलिस ने चालान किया तो विधायक अमनमणि के साला होने का दावा करने वाला शख्स भी चालान करने पर पुलिस से ही उलझ गया.
लखनऊ में यूपी के निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी का साला बताने वाले शख्स कल पुलिस से उलझ गए. उन्होंने पुलिस से कहा, ‘’बदतमीजी वाली बात नहीं है. हम भी बदतमीजी नहीं कर रहे हैं. समझ रहे हैं और समझ में आ रहा है. आपका दिमाग बहुत खराब है.’’
कल लखनऊ में आईजी जयनारायण और एसएसपी दीपक कुमार ने गाड़ियों की चेकिंग का अभियान चलाया. चेकिंग के दौरान इनकी की गाड़ी को भी पुलिस ने रोका लिया. इसके बाद खुद को वीआईपी समझने वाले ये जनाब पुलिस से ही भिड़ गए. पुलिस से बहस के दौरान ये किसी को फोन लगाने की भी कोशिश कर रहे थे, जो आमतौर पर हर वीईआईपी करने की कोशिश करता है. बाद में पुलिस ने इन्हें थाने की हवा खिलाई.
पुलिस ने चेकिंग के दौरान यूपी के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे की गाड़ी का भी पुलिस ने चालान कर दिया. पुलिस के मुताबिक, UP 32 FP 5000 नंबर की वीआईपी सफारी कार पर काली फिल्म चढ़ी हुई थी. जिसे रोक पुलिस ने न सिर्फ काली फिल्म उतारी बल्कि कार का चालान भी कर दिया. उस वक्त कार में स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे अशोक मौर्य बैठे हुए थे.
उत्तर प्रदेश में वीआईपी अक्सर ट्रैफिक नियम का उल्लंघन कर अपना रूतबा दिखाने की कोशिश करते हैं, लेकिन लगता है अब लखनऊ में अब उनके दिन लद चुके हैं.