सहारनपुर: यूपी का सहारनपुर एक बार फिर सुलग रहा है. महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर आज सहारनपुर में निकाली गई शोभा यात्रा को लेकर दो पक्षों में टकराव हो गया. देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि आगजनी और बवाल शुरु हो गया. जुलूस को लेकर शुरु हए हिंसक बवाल में गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई. मामले की गंभीरता को देखते हुए आस-पास के जिलों से पुलिस बुलाई गई है.
जला दिए गए दर्जनों घर और गाड़ियां
उत्तर प्रदेश का सहारनपुर आज एक बार फिर जल उठा. दर्जनों घर जला दिए गए हैं. इतना ही नहीं इस हिंसक बवाल में 10-12 दुपहिया गाड़ियां भी जलकर खाक हो गयी हैं. तांडव का आलम ये था कि न सिर्फ एक पक्ष के साथ मारपीट की गई. बल्कि उनके 20-22 घरों और बिटौडों को आग के हवाले कर दिया. मामला सहारनपुर के बड़गांव थाना के शब्बीरपुर गांव का है.
क्यों हुआ बवाल ?
सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव के पड़ोसी गांव सिमलना में महाराणा प्रताप की मूर्ति स्थापना का कार्यक्रम था. सभी गांव से एक बिरादरी के लोग उस कार्यक्रम में जा रहे थे. शब्बीरपुर गांव से भी लोग डीजे बजाकर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे. इस जुलूस का विरोध एक पक्ष के लोगों ने किया और पथराव शुरु कर दिया. इस पथवार में एक लड़का घायल हो गया. इसके बाद इन लोगों ने कार्यक्रम स्थल पर फ़ोन कर दिया. सूचना मिलते ही कार्यक्रम स्थल से सैकड़ों की संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंच गए और फिर ये तांडव मचाया.
हाल ही में हिंसा के बाद छावनी बन गया था सहारनपुर
आपको बता दें कि हाल ही में बिना इजाजत जुलूस निकालने पर हुए बवाल के बाद सहारनपुर शहर छावनी बन गया था. आबंडेकर के नाम पर ये जुलूस बीजेपी सांसद ने बिना इजाजत के निकाला था. जुलूस में पत्थरबाजी होने के बाद इसने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया. जिसके बाद सहारनपुर में जमकर बवाल हुआ था और पूरा शहर रात भर पुलिस के पहरे में रहा था.
सांप्रदायिक तौर पर बेहद संवेदनशील माना जाता है सहारनपुर
सहारनपुर के हंगामे में पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हुए हैं. फिलहाल इलाके में भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात है. सहारनपुर को सांप्रदायिक तौर पर बेहद संवेदनशील माना जाता है. साल 2014 में भी यहां दो गुटों के झगड़े ने दंगे का रूप ले लिया था. फिलहाल कल के हंगामे के बाद पूरे शहर में तनाव बना हुआ है.