चीन ने एक बार फिर किया धोखा, भारतीय सैनिकों ने दिया मुंहतोड़ जवाब: त्रिवेन्द्र सिंह रावत
गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि हमारे सैनिकों ने चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया है, उससे चीन को समझ में आ जाना चाहिए कि भारत की सेना किसी का भी सामना कर सकती है.
देहरादून, एजेंसी। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए बुधवार को कहा कि चीन ने हमारे निहत्थे सैनिकों पर धोखे से हमला कर एक बार फिर से 1962 की तरह छलावा किया है. रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, 'एक बार फिर चीन ने छलावा किया है, विश्वासघात किया है. नियमित शांति वार्ता चल रही थी. इस दौरान हमारे सैनिकों पर हमला किया गया. एक प्रकार से चीन ने फिर से 1962 को दोहराने का काम किया है.'
सीएम रावत ने कहा कि हमारे सैनिकों ने चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया है, उससे चीन को समझ में आ जाना चाहिए कि भारत की सेना किसी का भी सामना कर सकती है. उन्होंने कहा, ' वह 1962 था, यह 2020 का भारत है. हमारी सेना किसी का भी मुकाबला कर सकती है, अब चीन की यह गलतफहमी दूर हो जानी चाहिए.' मुख्यमंत्री ने कहा कि धोखे से हुए हमले का भी हमारे जवानों ने पराक्रम के साथ जवाब दिया और हमारे सैनिकों की शहादत और वीरता को नमन है.
उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना के जवानों की शहादत पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने कहा कि देश के हर नागरिक को अपने इन वीर सपूतों पर गर्व है. जारी संदेश में राज्यपाल ने कहा कि, 'भारतीय सेना अपने अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम के लिए पूरे विश्व में जानी जाती है और इसका एक-एक वीर योद्धा देश की एकता-अखंडता की रक्षा के लिए समर्पित है.' उन्होंने शहीदों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की.
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