जम्मू: देश में कोरोना वायरस के चलते थम सी गई ज़िन्दगी को पटरी पर लाने के लिए 8 जून से अनलॉक 1 शुरू हो रहा है, जिसमें देश के सभी धार्मिक स्थल खोलने की बात कही गयी है, लेकिन क्या 8 जून से प्रसिद्ध वैष्णो देवी की यात्रा शुरू होगी? इसपर अभी भी संशय बना हुआ है. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए विश्व प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी की पवित्र यात्रा को 18 मार्च को रोक दिया गया था.
इस यात्रा का संचालन करने वाला श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड इस यात्रा के बंद होने के बाद से कटरा से माता के मंदिर परिसर तक के 12 किलोमीटर ट्रैक पर सैनीटाइज़ेशन का व्यापक अभियान चला रहा है. श्री माता वैष्णो देवी की यात्रा का संचालन करने वाले श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड ने यह साफ कर दिया है कि यात्रा को शुरू करने का अंतिम फैसला बोर्ड ही लेगा. बोर्ड ने दावा किया है कि फिलहाल वो उन दिशानिर्देशों का इंतजार कर रहा है, जो धर्मस्थलों की यात्रा को शुरू करने से पहले स्वास्थ्य विभाग को जारी करनी है.
इसके साथ ही बोर्ड प्रदेश सरकार द्वारा जारी होने वाली गाइडलाइन्स का भी इंतजार कर रहा है, ताकि यात्रा को शुरू करने को लेकर रूपरेखा तैयार की जाए. बोर्ड का दावा है कि अभी तक यात्रा को शुरू करने या फिर यात्रा को शुरू करने के बाद किन प्रोटोकॉल्स का पालन होना है, किसी तरह के दिशानिर्देश सामने नहीं आए हैं. तो ऐसे में यात्रा शुरू होगी या नहीं इसपर अभी कुछ कह पाना मुश्किल है.
बोर्ड का दावा है कि इस यात्रा के लिए देश भर से करोड़ों यात्री साल भर में कटरा पहुंचते हैं, जिनकी सुरक्षा बोर्ड की प्राथमिकता है और जब तक इस बाबत कोई साफ़ दिशानिर्देश जारी नहीं होते, तब तक यात्रा शुरू करने को लेकर संशय बना रहेगा. दरअसल, यात्रा का संचालन करने वाले बोर्ड के मुखिया राज्य के उपराज्यपाल हैं, जो इस बोर्ड के 7 अन्य सदस्यो के साथ मिलकर इस यात्रा को लेकर अहम फैसले लेते हैं. श्री माता वैष्णो देवी बोर्ड के इन्हीं 8 सदस्यों के पास यात्रा को लेकर हर बड़ा फैसले करने का अधिकार है, जिनमें यात्रा को दोबारा शुरू करना भी शमिल है.