वाराणसी: भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की अनमोल धरोहर शहनाइयां चोरी
वाराणसी: भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान की यादगार धरोहरों में शुमार पांच शहनाइयां यूपी के वाराणसी स्थित उनके बेटे के घर से चोरी हो गई है जिनमें से एक उनकी पसंदीदा शहनाई थी जो वह मुहर्रम के जुलूस में बजाया करते थे. दस साल पहले बिस्मिल्लाह खान के इंतकाल के बाद से ही उनकी याद में संग्रहालय बनाने की मांग होती रही लेकिन अभी तक कोई संग्रहालय नहीं बन सका. ऐसे में उनकी अनमोल धरोहरें उनके बेटों के पास घर में संदूकों में पड़ी हैं जिनमें से पांच शहनाइयां कल रात चोरी हो गई.
एक चांदी की थी शहनाई
शहनाई सम्राट उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पांच शहनाईयों के चोरी होने का खुलासा चार दिसंबर को देर रात हुआ. आपको बता दें कि यह शहनाई बिस्मिल्लाह खान के चौथे बेटे काज़िम हुसैन के पास रखी हुई थीं. काज़िम चौक थाना क्षेत्र के दालमंडी में रहते हैं.
30 नवम्बर को काज़िम अपने परिवार के साथ बिस्मिल्लाह खान के हड़ाह सराय स्थित पुराने मकान पर मुहर्रम के मज़लिस के कार्यक्रम के लिए चले गए थे. कल रात में जब वह चाहमामा दालमंडी वाले मकान पर आए तो देखा अन्दर के कमरे के बड़े बक्से में रखे गए सारे बिस्तर बाहर बिखरे हुए थे.
जिसके बाद काज़िम ने फौरन बक्से में रखे गए बिस्मिल्लाह खान की शहनाईयों को ढूढा तो वह वहां नहीं मिली. यह सभी शहनाईयहां उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की जिंदगी की यादें थीं. काज़िम ने तुरंत इस घटना की सूचना पुलिस को दी. चौक थाने में शहनाईयों के चोरी होने की एफआईआर दर्ज करा दी गयी है. पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है.
कई बड़े नेताओं ने भेट स्वरूप दी था शहनाई
काज़िम हुसैन ने बताया कि यह सब बिस्मिल्लाह खान की धरोहर थी. चोरी होने वाली पांच शहनाईयों में से एक पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहा राव ने, एक शहनाई बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने औऱ एक शहनाई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने दिया था.
इन पांच शहनाई में सबसे महत्वपूर्ण शहनाई उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की चांदी की शहनाई थी. इसी चांदी की शहनाई से उस्ताद बिस्मिल्लाह खान साहब मुहर्रम में पांचवी और आठवीं तारीख को फातमान के कर्बला में आसुओं का नज़राना पेश किया करते थे.
दरवाजा खुला था और टूटा हुआ था संदूक का ताला
बिस्मिल्लाह खान के पौत्र रजी हसन ने बताया ,''हमें कल रात इस चोरी के बारे में पता चला और हमने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई है. चोरी गए सामान में चार चांदी की शहनाइयां, एक चांदी की और एक लकड़ी की शहनाई, इनायत खान सम्मान और दो सोने के कंगन थे.''
उन्होंने बताया ,''हमने पिछले दिनों दालमंडी में नया मकान लिया है लेकिन 30 नवंबर को हम सराय हरहा स्थित पुश्तैनी मकान में आये थे जहां दादाजी रहा करते थे. मुहर्रम के दिनों में हम इसी मकान में कुछ दिन रहते थे. जब नये घर लौटे तो दरवाजा खुला था और संदूक का ताला भी टूटा हुआ था. अब्बा (काजिम हुसैन) ने देखा कि दादाजी की धरोहरें चोरी हो चुकी थीं.''
बिस्मिल्लाह खान को बहुत प्रिय थीं ये शहनाइयां
हसन ने कहा ,''ये शहनाइयां दादाजी को बहुत प्रिय थीं. इनमें से एक पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंहा राव ने उन्हें भेंट की थी, एक पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने और एक राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू प्रसाद यादव ने दी थी जबकि एक उन्हें उनके एक प्रशंसक से तोहफे में मिली थी.''
उन्होंने कहा ,''इनमें से एक उनकी सबसे खास शहनाई थी जिसे वह मुहर्रम के जुलूस में बजाया करते थे. अब उनकी कोई शहनाई नहीं बची है. शायद रियाज के लिये इस्तेमाल होने वाली लकड़ी की कोई शहनाई बची हो. उनकी धरोहरों के नाम पर भारत रत्न सम्मान, पदमश्री , उन्हें मिले पदक वगैरह हैं.''
इतनी अनमोल धरोहरें घर में क्यों रखी ?
यह पूछने पर कि इतनी अनमोल धरोहरें उन्होंने घर में क्यों रखी थीं , हसन ने कहा कि पिछले दस साल से उनका परिवार इसकी रक्षा करता आया था तो उन्हें लगा कि ये सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा ,''हमें पहले उम्मीद थी कि दादाजी की याद में संग्रहालय बन जायेगा लेकिन नहीं बन सका. हम इतने साल से उनकी धरोहरों को सहेजे हुए थे. हमें क्या पता था कि घर से उनका सामान यूं चोरी हो जायेगा.''
SSP नितिन तिवारी ने की घटना की पुष्टि
वाराणसी के एसएसपी नितिन तिवारी ने इस घटना की पुष्टि की. उन्होंने बताया ,''यह सही है कि बिस्मिल्लाह खान साहब की शहनाइयां चोरी हो गई हैं. उनके परिवार ने कल एफआईआर दर्ज कराई है. हम मामले की जांच कर रहे हैं और कोई सूचना मिलने पर जानकारी देंगे.''