वाराणसी: उत्तर प्रदेश सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि किसी को भी अपने घर तक पहुंचने के लिए खतरा उठाकर यात्रा करने की जरूरत नहीं है, इसके साथ ही आने वाले यात्रियों के लिए व्यवस्था भी किये जाने की बात कही है. लेकिन, वाराणसी में डाफी बाईपास से जाने वाले मजदूर तमाम दावों को मुंह चिढ़ा रहे हैं. ट्रक के ऊपर बैठे हुए मजदूर अपने घर की ओर जा रहे हैं और व्यवस्था को कोस भी रहे हैं. हालात ये हैं कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.


ट्रकों के ऊपर सैकड़ों मजदूर
वाराणसी में हाइवे पर ट्रकों पर सवार होकर सैकड़ों मजदूर बिहार की ओर जाते हुए दिखाई दे रहे हैं. कोई पैदल ही यात्रा पर निकल गया है तो किसी ने छांव की तलाश कर ली है. लेकिन, प्रशासनिक राहत जैसी कोई चीज वाराणसी के हाइवे पर नजर नहीं आ रही है. नो तो मजदूरों के लिए भोजन का व्यवस्था है और न ही पानी की.



औरैया हादसे से दहशत
औरैया हादसा होने की खबर के बाद दहशत व्याप्त है. डाफी टोल प्लाजा के पास ट्रक के ऊपर पर सवार सैकड़ों मजदूर अपने घर की ओर जा रहे थे. खचाखच भरे ट्रक को देखकर ये कहना गलत नहीं होगा कि हादसे को दावत दी जा रही है. ड्राइवर की मानें तो बिहार की ओर निकले हैं लेकिन सुरक्षा इंतजाम नाम मात्र नहीं. आलम ये है कि ट्रक ड्राइवर स्वयं के द्वारा मजदूरों की मदद करने की बात कहते नजर आ रहे हैं. ट्रकों पर सवार यात्री भी डर में हैं कि कहीं कोई घटना न हो जाये लेकिन घर जाने की चाहत है और इसके लिए कोई भी खतरा उठा रहे हैं.



प्रशासनिक अमले को ध्यान देने की जरूरत
घर लौट रहे मजदूरों के लिए पानी तक के इंतजाम नहीं है. लोगों का कहना है कि मटके ही रख दिए होते जिससे प्यास तो बुझ जाती. कई मजदूरों का ये भी कहना है कि हालत और हालात दोनों खराब हैं. कोई रास्ता नहीं है लिहाजा भूखे पेट यात्रा जारी है. फिलहाल प्रशासनिक अमले को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है, जिससे घर लौट रहे श्रमिकों की मदद की जा सके.



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