वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सोमवार सुबह अजीबोगरीब नजारा देखने को मिला. यहां के व्यस्त इलाकों में से एक, मैदागिन चौराहे पर लोग कार में रस्सी बांधकर खींच रहे थे. दरअसल ये एक सामाजिक संस्था के लोग थे, जो पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में हो रही लगातार वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. इन लोगों की मांग है कि पेट्रोल और डीजल को भी तुरंत जीएसटी के दायरे में लाया जाए.
मैदागिन चौराहे पर सुबह-ए-बनारस क्लब के सदस्यों ने बेलगाम हो चुके पेट्रोल और डीजल के दामों में हो रही वृद्धि के खिलाफ रस्सी में बंधी कार खींचते हुए जमकर नारेबाजी की. कार खींचने के दौरान वे, "जनता को राहत," "पेट्रोल के मूल्य में वृद्धि वापस लो," जैसे नारे लगाते रहे. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि पेट्रोल और डीजल को भी तुरंत जीएसटी के दायरे में लाकर, इन पेट्रोलियम उत्पादों पर जरूरत से जयादा लगाए जा रही एक्साइज ड्यूटी में कटौती की जाए ताकि जनता को राहत मिले.
क्लब के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल ने कहा कि बीजेपी सरकार जनता के हितों की बात कर, जनता से वोट लेकर सत्ता पर काबिज हुई है लेकिन अब वही जनता पर पड़ रही महंगाई की लगातार मार को लेकर उदासीन है. उन्होंने कहा कि अब मिडिल इनकम ग्रुप के परिवारों के पास भी कारें हैं लेकिन पेट्रोल और डीजल में हुई मूल्य-वृद्धि ने कार को चलाना और मेंटेन करना दूभर कर दिया है.
क्लब के सदस्यों का आरोप है कि ऐसा नहीं कि पहली बार इंटरनेशनल लेवल पर क्रूड आयल का दाम बढ़ा है, आज बढ़ोतरी के बाद भी क्रूड आयल का दाम 74 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि आज से चार साल पहले के दाम 105 डॉलर प्रति बैरल के मुलाब्ले काफी कम है. क्लब के अध्यक्ष ने साल 2014 में डॉलर के मूल्य और क्रूड आयल की कीमतों की तुलना आज की कीमतों से की.
मुकेश जायसवाल ने कहा कि यूपीए सरकार के समय कच्चे तेल की कीमत 6,510 रुपए प्रति बैरल थी, उसके मुकाबले आज कीमत 4620 रुपए प्रति बैरल है. इसके बावजूद वर्तमान सरकार जिस तरह से पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में वृद्धि को लेकर उदासीन बनी हुई है, वह एक सोचनीय विषय है. उन्होंने अपनी मांग दोहराते हुए कहा कि सरकार पेट्रोल और डीजल को भी तुरंत वन नेशन-वन टैक्स के सिद्धांत पर तुरंत जीएसटी के दाएरे में लाए ताकि देश की जनता को इनके दामों में हो रही बेतहाशा वृद्धि से निजात मिल सके.
पेट्रोल और डीजल बढ़ती कीमतों को लेकर वाराणसी में प्रदर्शन, रस्सी से खींची गई कार
ABP News Bureau
Updated at:
23 Apr 2018 06:50 PM (IST)
वाराणसी के व्यस्त इलाकों में से एक, मैदागिन चौराहे पर लोग कार में रस्सी बांधकर खींच रहे थे. दरअसल ये एक सामाजिक संस्था के लोग थे, जो पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में हो रही लगातार वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. इन लोगों की मांग है कि पेट्रोल और डीजल को भी तुरंत जीएसटी के दायरे में लाया जाए.
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