वाराणसी: 9MM पिस्टल, बॉडी कैम से लैस महिला पुलिस टीम मनचलों को सिखाएगी सबक
रानी लक्ष्मीबाई की जन्मस्थली काशी में पुलिस का नया चेहरा देखने को मिलेगा. अब शहर में छेड़खानी करने वाले रोड रोमियोज को महिला पुलिस का 'फैंटम दस्ता' सबक सिखाएगा.
वाराणसी: रानी लक्ष्मीबाई की जन्मस्थली काशी में पुलिस का नया चेहरा देखने को मिलेगा. अब शहर में छेड़खानी करने वाले रोड रोमियोज को महिला पुलिस का 'फैंटम दस्ता' सबक सिखाएगा. वाराणसी पहुंचे यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने सूबे की पहली 'महिला फैंटम दस्ते' को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दस्ते में शामिल महिला पुलिसकर्मी अपने पुरुष सहयोगियों की तरह ही हाई स्पीड बाइक पर शहर में गश्त करेंगीं.
सूबे की इस पहली महिला दस्ते के पास मॉडर्न 9 एमएम पिस्टल के साथ बॉडी कैम और वायरलेस सेट भी होगा. साथ ही इनके सिर पर डिजाइनर हेलमेट होगा ताकि वे दूर से ही पहचान में आ सकें. एक्सीडेंट के केस में मदद पहुंचाने के लिए फर्स्ट एड किट और भीड़ में बिना हथियार के उपद्रवियों से निपटने के लिए मिर्ची स्प्रे की कैन होगी.
डीजीपी ओपी सिंह ने इन्हें रवाना करने से पहले टीम के हर मेंबर से परिचय लिया. साथ ही उन्होंने इन बाइक्स पर चलने वालीं महिलाओं से उनके ड्राइविंग लाइसेंस के बारे में भी पूछा. डीजीपी ने इस मौके पर कहा कि वाराणसी से शुरू होने वाला पहला 'ऑल फीमेल फैंटम स्क्वाड' पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बनेगा. उन्होंने यूपी में एंटी-रोमियो स्क्वाड से हुई परेशानियों को याद दिलाया. उन्होंने कहा कि इस दस्ते को ध्यान रखना होगा कि कोई भी नागरिक बिना वजह परेशान न किया जाए. उन्होंने इस दस्ते को पूरी संवेदनशीलता बरतते हुए काम करने की सलाह दी.
इस मौके पर डीजीपी ने आगे की योजना के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि जब भी कोई पीड़ित महिला वीमेन हेल्पलाइन 1090 पर कॉल करेगी तो इसकी सूचना डायल 100 और संबंधित थाने को भी जाएगी. इससे आगे चलकर महिलाओं को तुरंत पुलिस सहायता दी जाएगी. डीजीपी ने महिला दस्ते को अपने आपको सुरक्षित रखते हुए हर हाल में पीड़ित महिलाओं की मदद करने की सलाह दी.