फैजाबाद: हिंदू संतों के एक समूह ने सोमवार को फैसला किया कि वे अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि "हिंदुओं" ने उन्हें इस काम को पूरा करने के लिए भारी बहुमत से फिर से चुना है.
इस बैठक का आयोजन विश्व हिंदू परिषद ने यहां किया था और इसमें संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने शिरकत की. राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा,"हिंदू संत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर राम मंदिर के जल्दी निर्माण पर चर्चा करेंगे."
बैठक की अध्यक्षता करने वाले दास ने यह भी कहा कि हिंदुओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और (उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री) योगी आदित्यनाथ को अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए चुना है. इसलिए यह उनकी जिम्मेदारी है कि जल्दी से जल्दी विवादित स्थल पर एक विशाल राम मंदिर का निर्माण करवायें."
विहिप की बैठक पर टिप्पणी करते हुए निर्मोही अखाडे के महंत दिनेंद्र दास ने कहा कि विहिप की बैठक की कोई प्रासंगिकता नहीं है क्योंकि रामजन्मभूमि की जमीन निर्मोही अखाड़े की है और हम लंबे समय से वहां भगवान राम की पूजा करते आ रहे हैं."