नागपुर: विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने रविवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये समर्थन जुटाने के मद्देनजर संगठन छह दिसंबर तक हर लोकसभा क्षेत्र में सभाएं आयोजित करेगा.


एक रैली में उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिये विहिप सांसदों से कानून बनाने की मांग करेगा. कुमार ने कहा कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मुद्दे को लेकर 1950 में जब से पहला मामला दर्ज हुआ तब से अब तक मामला चल ही रहा है.


बता दें कि राम मंदिर निर्माण के लिये माहौल बनाने में जुटी विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने अयोध्या में ‘धर्म सभा‘ के जरिये अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए मंदिर बनाने के संकल्प को पूरे देश में फैलाने का संकल्प जाहिर किया.


धर्म सभा में शिरकत करने वाले तमाम संतों एवं धर्माचार्यों ने जोर देकर कहा कि मंदिर निर्माण के लिये अब और इंतजार नहीं किया जा सकता है और उसकी भव्यता से भी किसी भी तरह के समझौते की कोई गुंजाइश नहीं है. साथ ही संतों ने यह इशारा भी दिया कि आने वाले एक-दो महीने यह तय करेंगे कि मंदिर निर्माण की कवायद क्या रुख अख्तियार करेगी.


धर्म सभा में शिरकत करने वाले साधु-संतों और धर्माचार्यों ने कहा कि उन्होंने यहां की मिट्टी पर संकल्प लिया है कि वह राम मंदिर निर्माण के संदेश को पूरे देश में फैलाएंगे. हालांकि धर्म सभा में कोई प्रस्ताव पारित नहीं हुआ.


विहिप के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय ने धर्म सभा में दिये गये भाषण में साफ कर दिया कि उन्हें मंदिर के लिये जमीन के बंटवारे का फार्मूला मंजूर नहीं है और उन्हें पूरी की पूरी जमीन चाहिये. उन्होंने कहा ‘‘हमें बंटवारे का फार्मूला मंजूर नहीं है. हमें (जमीन का) टुकड़ा नहीं चाहिये. राम मंदिर के लिये पूरी की पूरी जमीन चाहिये.‘‘ उन्होंने कहा कि सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को सुप्रीम कोर्ट में दायर मुकदमा वापस लेना चाहिये.