मेरठ: बीजेपी का अनुसांगिक संगठन कहे जाने वाले विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) ने लोकसभा-2019 से पहले अयोध्या में श्रीराममंदिर के पक्ष में माहौल बनाने के लिए बड़ा प्लान तैयार किया है. इस महीने देश के 545 सांसदों से विश्व हिन्दू परिषद राममंदिर निर्माण के लिए समर्थन मांगेगा. बीएचपी चाहता है कि संसद के शीतकालीन सत्र में राममंदिर निर्माण मुद्दे पर केन्द्र बिल लाये. उनका कहना है कि जो सांसद राम का विरोध करेगा, उसे 2019 में देश की जनता का विरोध भी सहना होगा.


विश्व हिन्दू परिषद नवम्बर में देश भर के 500 जिला मुख्यालयों पर राममंदिर निर्माण के लिए धर्मसभाओं का आयोजन करने जा रहा है. इस सभाओं में जिले के सभी जनप्रतिनिधियों और कद्दावर लोगों को निमंत्रित किया जायेगा. वीएचपी के प्रांत संगठन मंत्री सुदर्शन चक्र ने बताया कि धर्मसभाओं में उस मुख्यालय के सांसद को बीएचपी एक ज्ञापन देगा जिसमें राममंदिर निर्माण के लिए समर्थन करने की अपील होगी. ज्ञापन के जरिये सांसद से यह अपील भी की जायेगी कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में केवल राममंदिर मुद्दे पर चर्चा हो.


सुदर्शन चक्र ने बताया कि सांसद चाहे किसी भी पार्टी या विचारधारा का हो, सबसे राममंदिर निर्माण के लिए समर्थन मांगा जायेगा. विश्व हिन्दू परिषद अयोध्या में राममंदिर के लिए 1992 जैसा माहौल देश में लाना चाहता है. राम इस देश के राष्ट्र है. जो सांसद संसद में राम का विरोध करेगा, वह राष्ट्र का विरोध करेगा. जनता सांसदों को संसद में बोलते हुए देखेगी. राष्ट्र विरोधियों को 2019 लोकसभा में जनता का विरोध भी सहना होगा.


25 नवम्बर को विश्व हिन्दू परिषद ने नागपुर, बैंगलूरू और अयोध्या में विशाल धर्मसभाओं का आयोजन किया है. इस धर्मसभाओं में राममंदिर निर्माण के लिए रणनीति को आगे बढ़ाया जायेगा. सुदर्शन चक्र ने बताया कि बाबरी ढांचा विध्वंस की बरसी 6 दिसंबर को है. इसके ठीक तीन दिन बाद 9 दिसंबर को दिल्ली में विशाल धर्मसभा का आयोजन किया जायेगा जिसमें देश भर के कार्यकर्ता, संत और रामभक्त शामिल होगें. लाखों की तादात में जुटे कार्यकर्ता और रामभक्त देश की राजधानी में अपना शक्ति-प्रदर्शन करेंगे. इस कार्यक्रम का मकसद राममंदिर निर्माण के लिए केन्द्र सरकार पर दबाब बनाना है.