विदिशा: देश में चीन के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है. देश का आम नागरिक यह गुस्सा चीनी समान का बहिष्कार कर निकाल रहा है. लेकिन ज्यादातर लोग चीनी एप और चीनी सामान की पहचान करने में परेशानी महसूस कर रहे थे. ऐसे में एक ऐसे गाइडेंस की जरूरत थी जो चीनी एप और चीनी सामान को पहचान कर बता दे. जब ऐसी दिक्कत अंकित अग्रवाल को आई तो उन्होंने इसके लिए पूरा एप ही बना डाला.


विदिशा के 30 साल के युवक अंकित अग्रवाल ने चीन के खिलाफ बुलेट का जवाब वॉलेट से देने एक एप तैयार की है. रीप्लेस इट (Replace it) नाम के एप को प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. यह एप आपके मोबाइल से स्कैन कर चीनी एप बताती है और पूछती है कि क्या आप इन्हें रिमूव करना चाहते हैं?


अगर हां तो उनके भारतीय और अन्य देशों में बनें विकल्प भी बताती है. साथ ही बार कोड स्कैन कर कोई प्रोडक्ट चीन में बना है या नहीं, यह भी बताती है. यह एप #bycottchina मुहिम का हिस्सा है, क्योंकि यह चीनी एप और उत्पाद दोनों की जानकारी देकर आप पर छोड़ देता है कि आपको क्या करना है?


पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर जिस प्रकार चीन के खिलाफ आत्मनिर्भर भारत का निर्माण हो रहा है उससे प्रेरणा लेकर चंद दिनों में इस एप को दस हज़ार से ज्यादा लोग इंस्टॉल कर चुके हैं और तेज़ी से निरंतर इंस्टॉल कर रहे हैं. गूगल प्ले स्टोर पर इसकी रेटिंग 4.9 दर्ज हो चुकी है जबकि यह एप 17 जून को प्ले स्टोर पर रिलीज हुआ था.


इस एप में पांच फीचर हैं. पहले फीचर में मोबाइल में डाउनलोड किए गए चीनी एप के बारे में जानकारी प्रदर्शित होगी. दूसरे फीचर में भारतीय या अन्य देशों के विकल्प दिखाये जाएंगे.


वैसे तो टिक टॉक सबसे ज्यादा लोकप्रिय चीनी एप है लेकिन इसके विकल्प भी बाजार में मौजूद हैं. जैसे भारतीय एप बोलो इंडिया, मित्रो या रोप्सो आदि मिल जाएंगे. तीसरे फीचर में वीडियो एप्लीकेशन से जुड़े भारतीय एप और चौथे फीचर में बारकोडिंग के जरिये उत्पादों के निर्माता देश की जानकारी मिल जाएगी. वहीं पांचवें फीचर में कोविड-19 की देश में स्थिति की जानकारी मिल जाएगी.


मध्य प्रदेश: अब करीब है शिवराज सिंह चौहान की सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार