बुलंदशहर: यूपी के बुलंदशहर में गोहत्या की खबर को लेकर भारी हंगामा हुआ है. ये हंगामा इतना बड़े पैमाने पर हुआ कि इसमें एक पुलिस इंस्पेक्टर को अपनी जान गंवानी पड़ी है. शहर में भड़की हिंसा में एक इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत हो गई. वहीं एक युवक की इस मामले में मौत हो गई है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया कि अब हालात काबू में हैं और गुनहगारों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है. मामला बुलंदशहर के स्याना कोतवाली का है.


बुलंदशहर की हिंसा पर यूपी सरकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है और इसमें एडीजी ने कहा है कि एक खेत में गोवंश का मांस मिला था जिसके बाद गांववाले उत्तेजित हो गए. गोमांस मिलने के बाद गांववालों ने प्रदर्शन किया और दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक इलाके में जमकर हंगामा किया गया. इस हंगामे में  प्रदर्शनकारियों की तरफ से पथराव किया गया और गोलियां चलाई गईं. बुलंदशहर के डीएम ने जानकारी दी है कि पोस्टमार्टम के दौरान यह पता चला है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को गोली लगी है. उनकी बाईं आंख के पास गोली लगी. गोली उनके सर में धंस गई थी जिसके चलते उनकी मौत हो गई.  उनके सिर में लगी चोट गंभीर थी और इसके चलते उन्हें बचाया नहीं जा सका.


इसके अलावा स्याना इलाके में गांववालों के फायरिंग भी करने की खबर है. पुलिस ने भी पथराव और फायरिंग के विरोध में जवाबी हवाई फायरिंग की. इस घटना की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है. फिलहाल बुलंदशहर में स्थिति अब नियंत्रण में है.


एडीजी ने बताया कि गोवंश की हत्या की खबर मिलने के बाद महाऊ, नयाबांस और चिंगरावटी गांव के 400 के करीब लोग इकट्ठे हो गए और इन लोगों ने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की. एडीजी इंटेलीजेंस को मौके पर भेजा गया है वो 48 घंटे में अपनी गोपनीय रिपोर्ट सौंपेंगे.


बुलंदशहर के बवाल में जिस सुमित को गोली लगी उसकी मेरठ में उपचार के दौरान मौत हो गई है. उसके परिजनों का कहना है कि वो दोस्त के साथ शादी के कार्ड बांटने बुलंदशहर गया था. एडीजी के मुताबिक गोली लगने से सुमित की मौत हुई है लेकिन गोली किसकी लगी ये जांच के बाद बताया जायेगा. फिलहाल मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है.


दरअसल, स्याना के चिंगरावटी इलाके में आज सुबह ग्रामीणों को जैसे ही गोहत्या की सूचना या अफवाह मिली, उसके बाद तीन गांवों के लोग सड़कों पर उतर आए. मौके पर गए ग्रामीणों ने पुलिस को मौके पर बुलाया. आरोप है कि मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. इसके बाद ग्रामीणों की सूचना पर वहां हिंदूवादी संगठनों के नेता भी पहुंच गए और सब ने मिलकर बुलंदशहर हाईवे जाम कर दिया.


इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस चौकी में आग लगा दी और एक दर्जन से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया. पथराव, फायरिंग और आगजनी में कई पुलिसकर्मी और प्रदर्शनकारी भी घायल हुए हैं. बुलंदशहर की घटना में पुलिस इंस्पेक्टर की मौत हो गई है. इसके अलावा पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक ग्रामीण सुमित को गोली लगी जिसकी अस्पताल में मौत हो गई.


बुलंदशहर में कथित गोकशी के विरोध में हुए बवाल में मारे गए कोतवाल सुबोध कुमार सिंह पुत्र राम प्रताप सिंह निवासी ग्राम परगंवा, थाना जैथरा जनपद एटा के रहने वाले थे. इनके दोनों पुत्र नोएडा में पढ़ते हैं और इनकी पत्नी साथ रहती थीं.


दरअसल प्रदर्शनकारी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा लिखे जाने और उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने जो जाम लगाया था वो करीब 2 घंटे तक जाम बना रहा और इस दौरान पुलिस और उनके बीच तीखी झड़प भी हुई. मगर इसके बाद मामला और बिगड़ गया. उग्र हुए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के ऊपर पथराव शुरू कर दिया. पुलिसवालों ने चौकी में घुसकर अपनी जान बचानी चाही तो प्रदर्शनकारी वहां भी पहुंच गए और चौकी के अंदर ईट-पत्थर बरसाने लगे.


बवाल की सूचना पर स्याना से मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार और उनकी टीम ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए हवाई फायरिंग भी की. इसी दौरान एक गोली स्थानीय युवक सुमित की छाती में लग गई जिसके बाद भीड़ और ज्यादा हिंसक हो गई. वहीं घायल पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को औरंगाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए ले जाया  गया, जहां उनकी मौत हो गई.



पथराव और गोलीबारी में कई प्रदर्शनकारियों के अलावा चिंगरावटी पुलिस चौकी के इंचार्ज सुरेश घायल हुए हैं. इसके अलावा इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का हमराह भी गंभीर रुप से जख्मी है. सूचना है कि आक्रोशित भीड़ ने पुलिस चौकी में घुसकर वहां खड़े सभी वाहनों में आग लगा दी. इसके बाद एक सब-इंस्पेक्टर की निजी कार को भी आग के हवाले कर दिया गया. कई राहगीरों को भी प्रदर्शनकारियों ने अपना निशाना बनाया और उनके वाहन आग के हवाले कर दिए. एक न्यूज़ चैनल के पत्रकार की मोटरसाइकिल भी प्रदर्शनकारियों ने फूंक दी. पूरी घटना की जानकारी जिला मुख्यालय पर बैठे अफसरों को हुई तो वो मौका-ए-वारदात की ओर रवाना हुए. हालात बिगड़ने पर मेरठ से आईजी रामकुमार और एडीजी प्रशांत कुमार भी बुलंदशहर पहुंचे हैं.



फिलहाल आईजी रामकुमार और बुलंदशहर के एसएसपी कृष्ण बहादुर सिंह समेत पुलिस और प्रशासन के कई अफसर घटनास्थल पर मौजूद हैं और वहां हंगामा कर रहे ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की जा रही है. इधर इलाज के लिए मेरठ भेजे गए सुमित की आनंद अस्पताल में मौत हो गई जिसकी सूचना ग्रामीणों को मिलने के बाद उनका आक्रोश और ज्यादा बढ़ गया है.


मेरठ के आईजी रामकुमार ने आधिकारिक सूचना में बताया कि स्याना के प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार की मौत हो गई है और कई पुलिसकर्मी घायल हैं. एक प्रदर्शनकारी की भी मौत की सूचना है. फिलहाल घटनास्थल पर लोग जुटे हुए हैं और उन्हें समझाने की कोशिश की जा रही है. पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे हुए हैं और मामले को नियंत्रित कर रहे हैं.