वाराणसी: बीते एक साल से बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का कैम्पस किसी न किसी बवाल के चलते सुर्खियां बटोर रहा है. ताजा बवाल शुक्रवार-शनिवार की रात हुआ. कैंपस में चल रहे शादी समारोह में आई कार ने एक स्टूडेंट को ठोकर मारी तो कैंपस एक बार फिर हिंसा की आग में जल उठा. स्टूडेंट्स और बारातियों के बीच हुई हिंसा में एक कार आगजनी का शिकार हुई तो कई गाड़ियों के शीशे चकनाचूर कर दिए गए.
बताया जा रहा है हिंसा की शुरुआत बीएचयू के कम्युनिटी सेंटर में चल रहे शादी समारोह के दौरान हुई. यहां बीएचयू में काम करने वाले एक एम्प्लॉई की बेटी की शादी की रस्में चल रहीं थीं. शादी समारोह में आई एक कार ने वरुण पांडेय नाम के स्टूडेंट के पैर में टक्कर मार दी. इसका विरोध उसके साथ चल रहे बजरंगी नाम के स्टूडेंट ने किया. स्टूडेंट्स का आरोप है कि बारात में आए कुछ लोग नशे में धुत थे. इन्हीं लोगों ने पीड़ित स्टूडेंट और उसके साथियों से मारपीट शुरू कर दी. जैसे ही यह खबर कैम्पस में फैली स्टूडेंट्स की भीड़ वहां पहुंच गई.
गुस्से से भरे स्टूडेंट्स ने शादी समारोह में आई गाड़ियों में जमकर तोड़फोड़ की. इसके बाद वहां खड़ी एक वैगन आर कार में आग लगा दी. मामला बढ़ता देख लंका पुलिस को सूचना दी गई. स्टूडेंट्स ने मौके पर पहुंची पुलिस पर भी हमला कर दिया. इसके बाद बैकअप के तौर पर कई थानों की फोर्स बुलाई गई. फोर्स के मोर्चा सम्हालने के बाद किसी तह मामला शांत हुआ.
स्टूडेंट्स के गुस्से का आलम यह था कि उन्होंने शादी वाली जगह पूरी तरह से तहस-नहस कर दी. स्टूडेंट्स ने लग्न मंडप और जयमाल का स्टेज तक तोड़ डाला. रात एक बजे तक चली इस हिंसा में दो स्टूडेंट्स और एक बाराती घायल हुआ है, जिनका इलाज ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है.
इस बारे में जब बीएचयू की चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर रॉयना सिंह से बात की गई तो उन्होंने हिंसा की जांच की बात कही. उन्होंने कहा कि जो भी स्टूडेंट्स दोषी हैं, उनकी पहचान कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि कुछ उपद्रवियों के चेहरा बांध कर हाथों में हो कि डंडा और रॉड हिंसा करने की बात सामने आई है. उन्होंने इन तत्वों की भी पहचान कराए जाने की भी बात कही.