मुलायम और अखिलेश के बीच झगड़े वाले वीडियो का वायरल सच
लखनऊ: उत्तरप्रदेश में चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है लेकिन समाजवादी पार्टी में मची उठापटक में अब तक ये साफ नहीं हुआ कि पिता और पुत्र दोनों साथ चुनाव लड़ेंगे या फिर अलग-अलग. इसी खींचतान के बीच सोशल मीडिया पर एक नए वीडियो ने एंट्री मारी है जिसमें पिता मुलायम और पुत्र अखिलेश दोनों लड़ते हुए नजर आ रहे हैं अखिलेश चीख रहे हैं. दावा है कि माइक भी छीन रहे हैं लेकिन मंच पर मचे इस घमासान का सच क्या है आइए पता लगाते हैं?
वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि मंच सजा हुआ है. नेताजी यानि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव मंच पर संभा को संबोधित करते हुए दिखाई दे रहे हैं लेकिन वीडियो शुरू होते ही यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बेहद गुस्से में दिखाई दे रहे हैं वो ऊंगली से इशारा करते हुए मंच पर किसी को शायद चुप रहने की चेतावनी दे रहे हैं.
अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के ठीक पीछे अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव खड़े दिखाई दे रहे हैं. वहां मौजूद कार्यकर्ता लगातार अखिलेश यादव के नाम पुकार रहे हैं.वीडियो में चार सेकेंड के बाद मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच बहस होती हुई दिखाई देती है. ऐसा लगता है कि अखिलेश मुलायम से कह रहे हैं कि माइक उन्हें दिया जाए वो अपनी बात रखना चाहते हैं. फिर अचानक अखिलेश माइक को अपनी तरफ खींचकर चीखते हुए कुछ कहते हैं.
पीछे से समाजवादी पार्टी के नेता आशू मलिक सीएम के कंधे पर हाथ रखकर उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं. लेकिन अखिलेश यादव इतने गुस्से में थे कि वो वीडियो में आशू मलिक को धक्का देकर पीछे करते हुए दिखाई देते हैं. फिर मंच पर अफरातफरी मच जाती है. मंच पर बैठे बाकी लोग अपनी कुर्सी छोड़कर खड़े हो जाते हैं. सुरक्षा गार्ड मुलायम और अखिलेश की तरफ बढ़ते हुए दिखाई देते हैं. वीडियो में जो कुछ वो हमने आपको तफ्सील से बताया. सवाल ये है कि वायरल हो रहा ये वीडियो कौन सी सभा का है, क्या मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने पिता पर गुस्सा हो रहे थे, ऐसा क्या हुआ था कि यूपी के सीएम अखिलेश का गुस्सा बेकाबू हो गया था, अखिलेश पिता से माइक लेकर कौन सी बात कहना चाहते थे?
इन तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए एबीपी न्यूज ने इस वीडियो की पड़ताल शुरू की. यहां आपकी जानकारी के लिए दो बातें बता देते हैं पहली समाजवादी पार्टी में फैसलों और उम्मीदवारों को टिकट देने को लेकर शुरू हुई लड़ाई अब चुनाव आयोग के दफ्तर तक पहुंच चुकी है. नौबत यहां तक आ गई है कि पार्टी में बने दो गुट साइकिल चुनाव चिन्ह के लिए हाथ-पैर मार रहे हैं. दूसरी बात ये है कि एक गुट अखिलेश यादव हैं और दूसरा गुट शिवपाल यादव का जिन्हें मुलायम सिंह यादव का पूरा समर्थन है.
हमने सबसे पहले एबीपी न्यूज की लाइब्रेरी को खंगाला. मंच पर धक्कामुक्की की तस्वीरें 24 अक्टूबर को लखनऊ में हुई समाजवादी पार्टी की संयुक्त बैठक में सामने आई थीं. उस दिन मंच पर शिवपाल यादव अखिलेश का माइक छीनते हुए दिखाई दिए थे. अब सवाल ये उठता है कि क्या जो वीडियो वायरल हो रहा है वो उसी दिन का है हमने दोनों वीडियो के मंच और मिलती जुलती तस्वीरों को ढूंढने की कोशिश की. मंच के पीछे जो बोर्ड दिख रहा है वो दूसरे वीडियो से मिलता है क्योंकि दोनों में वक्त 10 बजे है और जगह विक्रमादित्य मार्ग. दोनों वीडियो में मुलायम सिंह यादव मंच पर दिखाई दे रहे हैं. मुलायम के साथ उनके भाई शिवपाल यादव भी हैं लेकिन इतनी बातें ये साबित करने के लिए काफी नहीं थी कि ये वीडियो 24 अक्टूबर का है और सच है. आगे की पड़ताल एबीपी न्यूज संवाददाता पंकज झा ने लखनऊ में की.
24 अक्टूबर को हुए झगड़े के दिन मैं विक्रमादित्य मार्ग यानि जहां बैठक हो रही थी वहां मौजूद था. मीडिया के जाने पर मनाही लेकिन हमने आप तक पल-पल की खबर पहुंचाई थी. जो वीडियो वायरल हो रहा है वो उसी दिन का है. पहले पिता और पुत्र के बीच बहस हुई थी और उसके बाद चाचा और भतीजे के बीच हुई धक्कामुक्की की घटना हुई थी. मतलब ये कि जो 20 सेकेंड का वीडियो वायरल हो रहा है वो 24 अक्टूबर को समाजावादी पार्टी के मंच पर हुए धक्कामुक्की कांड का पहला हिस्सा है.
इसके बाद विवाद बढ़ता चला गया. अखिलेश ने माइक ले लिया और अपने ऊपर लगे आरोप का जवाब देने के लिए अमर सिंह पर आरोप लगाए. जिसके जवाब में चाचा शिवपाल यादव ने अखिलेश ने माइक छीन लिया था.
एबीपी न्यूज़ की पड़ताल में पिता मुलायम और पुत्र अखिलेश के बीच गर्मागर्म झगड़े वाला ये वीडियो सच साबित हुआ है.