लखनऊ में विवेक तिवारी को गोली मारने का आरोपी पुलिसवाला थाने में घूमकर कर रहा था प्रेस कॉन्फ्रेंस
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में विवेक तिवारी को गोली मारने वाले आरोपी पुलिसवाले ने आज थाने में घूमकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जबकि सुबह प्रेस कॉन्फ्रेस में लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया था कि आरोपी पुलिसवाले को जेल भेज दिया गया है. इस घटना के बाद से यूपी पुलिस पर सवाल खड़े हो गए हैं. आखिर एक अपराधी थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस कैसे कर सकता है?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आऱोपी पुलिसवाले ने क्या कहा?
आऱोपी पुलिसवाले प्रशांत चौधरी ने कहा, ‘’मैंने अपनी तहरीर दी है. जो मेरे साथ घटना हुई है, उसकी एफआईआर कॉपी मुझे नहीं मिली है. मेरी एफआईआर भी नहीं हुई है. मुझे दबाया जा रहा है. सभी अधिकारी कह रहे हैं कि तुम्हारा मुकदमा नहीं लिखा जाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘’विवेक ने मुझे जान से मारने की मंशा से गाड़ी मेरी ऊपर चढ़ाई थी. पुलिस कुछ भी कर सकती है. पुलिस ने मुझे मुजरिम साबित कर दिया है.’’
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आऱोपी पुलिसवाले ने कहा, ‘’मेरी मांग है कि मेरा मुकदमा लिखा जाए. जबतक मेरी एफआईआर कॉपी नहीं लिखी जाएगी, तबतक मैं यहां से नहीं जाउंगा. चाहे मैं यहीं मर जाऊं कोई दिक्कत नहीं है.’’
पुलिस विभाग में ही नौकरी चाहती हैं पुलिस की गोली का शिकार बने विवेक की पत्नी कल्पनाI didn’t shoot at him. The bullet was shot by mistake. He hit me with his car and drove it over me three times with the intention to kill me. I demand that my FIR must be registered: Police constable Prashant Chaudhary who shot at Lucknow resident, Vivek Tiwari. #Lucknow pic.twitter.com/lrACHnBgOi
— ANI UP (@ANINewsUP) September 29, 2018
वहीं, आरोपी पुलिसकर्मी की पत्नी ने कहा है, ‘’मैंने सुबह चार बजे कप्तान साहब को फोन किया कि हमारा मुकदमा नहीं लिखा गया है. उन्होंने कहा कि तुम्हारा मुकदमा नहीं लिखा जाएगा.’’ उन्होंने मुझे डांट कर मेरा फोन काट दिया. क्या हमारी जिंदगी की कोई कीमत नहीं है. ऐसी कौन सी वजह है कि हमारा मुकदमा नहीं लिखा जाएगा?’’
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क्या है पूरा मामलाशुक्रवार शाम एप्पल कंपनी का बड़ा इवेंट था. कंपनी के दो फोन भारत में लॉन्च किए गए थे. ये फोन शाम छह बजे से बाजार में बेचे जाने शुरु हुए थे. विवेक तिवारी एपल कंपनी के एरिया मैनेजर थे. उनके लिए ये बहुत बड़ा मौका था. वे रात में देर से ऑफिस से निकले. उनके साथ उनकी सहकर्मी सना भी थीं. वे सना को उसके घर छोड़ने के बाद अपने घर जाने वाले थे. रास्ते में गोमती नगर इलाके में पुलिस की एक बाइक ने उन्हें रुकने को कहा. गोली मारने वाले कांस्टेबल प्रशांत का कहना है कि विवेक भाग रहे थे और जान से मारने की नीयत से बाइक पर अपनी गाड़ी चढा दी. जिसके बाद प्रशांत ने विवेक को गोली मार दी.
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