लखनऊ: उत्तर प्रदेश में एक निजी कंपनी के प्रबंधक विवेक तिवारी की पुलिस के एक सिपाही की गोली लगने से मौत के मामले में योगी सरकार को घेरते हुये बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और सरकार इस मामले पर लीपापोती कर रही है. मायावती ने हत्या के मामले में जल्द कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि सरकार को बिना देर किए इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए.
उन्होंने कहा, 'मैंने बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा को भी पीड़ित परिवार से मिलने और न्याय का भरोसा दिलाने के निर्देश दिए हैं.'
बसपा सुप्रीमो ने कहा ‘'घटना दुखद है और सतीश मिश्र एक वकील होने के नाते खुद मामले की पैरवी करने को भी तैयार हैं. मैंने उन्हें निर्देश दिए हैं कि परिवार चाहे तो मामले की मुफ्त पैरवी करते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए. सरकार को दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.’’
बता दें कि एक कंपनी में कार्यरत विवेक तिवारी की 29 सितंबर की रात को कार्यालय से घर लौटते समय पुलिस की गोली लगने से मौत हो गयी थी. यूपी पुलिस के सिपाही प्रशांत चौधरी ने उन्हें कार रोकने को कहा. कार नहीं रोकने पर प्रशांत ने विवेक पर कथित रूप से गोली चला दी. गंभीर रूप से घायल विवेक की इलाज के दौरान मौत हो गई. पोस्टमॉर्टम में उनके सिर में गोली मिली थी.
इस मामले में दोनों आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत और संदीप को बर्खास्त कर दिया गया था. साथ ही दोनों को गिरफ्तारी के बाद शनिवार को ही जेल भेज दिया गया था.
मृतक विवेक तिवारी का रविवार को लखनऊ स्थित बैकुंठधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया.