लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एपल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी मर्डर केस में यूपी की योगी सरकार की जमकर किरकिरी हो रही है. इस घटना को लेकर विपक्ष पूरी तरह से योगी सरकार पर हमलावर है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर यूपी सरकार का इस्तीफा मांगते हुए कहा कि ये घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन यूपी में बीजेपी सरकार से आप और क्या उम्मीद करेंगे. बीजेपी सरकार के कार्यकाल में कई फर्जी एनकाउंटर हुए हैं.
इस घटना पर अखिलेश ने कई ट्वीट कर अपनी बात रखी..
पहला ट्वीट- यूपी सरकार को असंवेदनशील रवैया छोड़कर तत्काल मृतक की पत्नी के लिए सरकारी नौकरी व बच्चियों के भविष्य के लिए 5 करोड़ की आर्थिक मदद की लिखित घोषणा करनी चाहिए. परिवार की ज़िम्मेदारी क्या होती है, ये बात परिवारवाले ही जानते हैं. दुख की इस घड़ी में हम शोकाकुल परिवार के साथ खड़े हैं.
दूसरा ट्वीट- यूपी में पुलिस ने एक आम आदमी की हत्या कर के साबित कर दिया है कि भाजपा सरकार में ‘एनकाउंटर’ की हिंसात्मक संस्कृति कितनी विकृत हो गयी है. एक मल्टीनेशनल कम्पनी के एम्पलॉयी के मारे जाने से अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की निगाह में भी प्रदेश की छवि विकृत हुई है. निंदनीय. हार्दिक संवेदना!
बता दें कि ये घटना शुक्रवार देर रात करीब एक बजे की है. घटना के सामने आने के बाद प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और योगी सरकार पर सवाल खड़े होने लगे. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि ये कोई एनकाउंटर नहीं है. अगर जरूरत हुई तो मामले की सीबीआई जांच भी कराई जाएगी.
लखनऊ पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की
इसके बाद लखनऊ पुलिस ने दोपहर करीब साढ़े 12 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि दोनों आरोपी पुलिसवालों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है और उन्हें जेल भेज दिया गया है. इस मामले में बेहद निष्पक्ष कार्रवाई की जा रही है और हर पहलू की जांच की जा रही है. इस मामले में मजिस्ट्रेटियल जांच की जाएगी. पंचायतनामा भी मजिस्ट्रेट की तरफ से ही किया गया है."
परिवार को 25 लाख रुपए और सरकारी नौकरी देने का एलान
विवेक तिवारी के परिवार को 25 लाख रुपए और सरकारी नौकरी देने का एलान किया गया है. डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया है कि 25 लाख रुपए और सरकारी नौकरी पर परिवार ने अपनी सहमति जता दी है. इससे पहले विवेक की पत्नी कल्पना ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें एक करोड़ की मुआवजा राशि के साथ पुलिस विभाग में नौकरी की मांग की गई थी. कल्पना ने मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की भी मांग की है.