तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को यूपी आने की इजाजत नहीं दे सकते- DGP ओपी सिंह
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ यूपी के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शन हुआ जिसमें करीब 16 लोगों की जान चली गई. कई लोग घायल हुए हैं. पब्लिक प्रॉपर्टी को भी नुकसान हुआ है.
लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर उत्तर प्रदेश में तनाव का माहौल है. इसी बीच पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), ओपी सिंह का एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि हमें पता चला है कि तृणमूल कांग्रेस के कुछ राजनीतिक नेता लखनऊ आना चाहते हैं. हम उन्हें इसके लिए अनुमति नहीं देंगे क्योंकि क्षेत्र में धारा 144 लागू है और उनका दौरा माहौल को और अधिक तनावपूर्ण बना सकता है.
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बृहस्पतिवार से हिंसा में अब तक 16 लोग मारे जा चुके हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा कि हिंसा की वारदात में 263 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें से 57 को गोलियां लगी हैं. इस दौरान 705 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 4500 हिरासत में हैं.
ओ पी सिंह ने शनिवार को कहा था कि हिंसा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. डीजीपी ने कहा कि हिंसा में बाहरी तत्वों का हाथ है. उन्होंने कहा, 'हम किसी को बख्शेंगे नहीं, क्योंकि उन्होंने हिंसा की है. साथ ही हम किसी निर्दोष को गिरफ्तार नहीं करेंगे.'
उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस सतर्क है और गश्त कर रही है. विभिन्न शहरों के लोगों से अपील की गयी है कि वे शांति व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग करें. जहां भी मामले दर्ज हुए हैं, वहां का स्थानीय पुलिस प्रशासन गिरफ्तारियां कर रहा है. किसी निर्दोष को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा. पूरी छानबीन के बाद ही गिरफ्तारी होगी.’’
यह पूछे जाने पर कि क्या हिंसा करने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) और गुंडा एक्ट लगाया जाएगा, सिंह ने कहा कि अगर ऐसा कुछ होगा, तो बता दिया जाएगा.
यह पूछे जाने पर कि क्या हिंसा में राजनीतिक लोगों का हाथ हो सकता है तो उन्होंने कहा, ‘‘ विवेचना जारी है, टीमें बनायी गयी है जो परीक्षण कर रही हैं. सभी पहलुओं से जांच हो रही है. एनजीओ और राजनीतिक लोग शामिल हो सकते हैं.’’
उपद्रवियों की संपत्ति नीलाम करके होगी नुकसान की भरपाई- योगी आदित्यनाथ
यूपी के कई जिलों में प्रदर्शनकारियों ने जमकर तोड़ फोड़ की और पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया. इस मामले को लेकर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपना लिया है. योगी ने ट्वीट कर कहा, ''नागरिकता कानून के मुद्दे पर गुमराह करके लोगों को हिंसा के लिए प्रेरित करना देशद्रोही कृत्य है. उपद्रवियों को चिन्हित कर लिया गया है. उपद्रवियों ने पब्लिक प्रॉपर्टी को जो भी नुकसान पहुंचाया है, हम उसकी वसूली उन उपद्रवियों की संपत्ति नीलाम करके करेंगें.''
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