लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आम देश भर में मशहूर हैं. इस बार आम के शौकीन लोगों को आम कम ही मिलेंगे. लगातार खराब मौसम आम की फसल का दुश्मन बना हुआ है. आंधी, तूफान और ओलों के कारण बाग में कच्चे आम के ढेर लग गए हैं.


ये गिरा हुआ कच्चा आम सही रेट पर नहीं बिक पाएगा और बाग मालिकों, ठेकेदारों को भारी नुकसान झेलने पड़ेगा. आम के दाम काफी महंगे भी हो सकते हैं. कृषि विभाग और उद्यान विभाग की टीमें आम के बागों का मुआयना कर रही हैं.


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जानकारी मिली है कि आम को मौसम से हुए नुकसान की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी. किसानों का अनुमान है कि 40 फीसदी आम पेड़ों से झड़ चुका है. ये कच्चे आम केवल आचार बनाने लायक हैं.


आम का किसान परेशान है और सरकार से मदद की उम्मीद कर रहा है. लखनऊ के मलिहाबादी आमों की पूरे देश में अलग ही पहचान है. लेकिन यहां भी मौसम ने फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है. कई किसानों का कहना है कि उनके लिए जीविका का एकमात्र साधन यही आम होते हैं.


उन्होंने बताया कि साल भर आम की फसल के लिए मेहनत करनी होती है और केवल एक सीजन ही पैसा देता है लेकिन इस बार कम से कम 40 फीसदी का नुकसान हो चुका है.