नई दिल्ली: बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय इंदौर नगर निगम के एक अधिकारी को पीटने के कारण इन दिनों चर्चा में हैं. आकाश विजयवर्गीय अभी न्यायिक हिरासत के तहत जेल में बंद हैं और उनकी दो जमानत अर्जियां अब तक खारिज हो चुकी हैं. इस मसले पर एक टीवी चैनल के एंकर के सवाल पर कैलाश विजयवर्गीय भड़क गए थे. हालांकि, तब से अपने सोशल मीडिया अकाउंट से कई मुद्दों पर राय रखने वाले कैलाश विजयवर्गीय अपने बेटे की हरकत पर चुप हैं. इस दौरान उन्होंने ट्वीट कर कई मुद्दों पर अपनी राय जाहिर की है.


बता दें कि पश्चिम बंगाल के बीजेपी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने आज भी ट्वीट कर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल को ममता बनर्जी धर्म के आधार पर बांट रही हैं. बीजेपी नेता ने कहा कि लगता है कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल को कश्मीर बनाना चाहती हैं. इससे पहले उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर आरोप लगाते हुए कहा कि धर्म के आधार पर कश्मीर का निर्णय लिया गया है और आज वहां अलगाववाद हावी है.





एक अन्य ट्वीट में कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से पार्टी के नेताओं के इस्तीफों की झड़ी लग रही है इसे देखते हुए इंडियन नेशनल कांग्रेस का नाम बदलकर 'इस्तीफा नेशनल कांग्रेस' कर देना चाहिए.








वहीं, इंदौर से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय को ये मामला भारी पड़ा है. बीजेपी ने भी इस मामले में खुद को किनारा कर लिया है. पार्टी के कोई बड़े नेता आकाश के पक्ष में खुलकर नहीं बोल रहे हैं. आकाश के इस झगड़े को इंदौर नगर निगम की राजनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है. कैलाश विजयवर्गीय के बंगाल में सक्रिय रहने से वो यहां कमजोर पड़ रहे हैं. लोगों का मानना है कि इसलिये उनके बेटे ने ये उग्र तेवर अपनाया है. कैलाश ने भी अपनी राजनीति की शुरूआत ऐसे ही उग्र तरीके से की थी. अब उनके बेटे ने ये रास्ता अपना लिया है.


ये है पूरा मामला


इंदौर शहर में बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश ने 26 जून को निगम के दो अधिकारियों को क्रिकेट बैट से पीटा. दरअसल, निगम का अमला गंजी कंपाउंड में एक जर्जर मकान को तोड़ने पहुंचा था. इसी दौरान स्थानीय लोगों ने आकाश को बुला लिया. आकाश के समर्थकों ने भी अधिकारियों को पीटा. आकाश इंदौर-3 सीट से बीजेपी विधायक हैं. पुलिस ने आकाश को गिरफ्तार कर लिया. उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. इंदौर की कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया. उन्हें 11 जुलाई तक की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.


महाराष्ट्र: पुणे में दर्दनाक हादसा, 20 फीट ऊंची दीवार मजदूरों के घर पर गिरी, 16 लोगों की मौत

इंडोनेशिया और ब्राजील के राष्ट्रपति से मिले पीएम मोदी, अब G20 सम्मेलन के तीसरे सत्र में होंगे शामिल

UP के बिजनौर में वाहन जांच के दौरान व्यक्ति की मौत, परिजनों ने पुलिस पर लगाया मारपीट का आरोप

चीन की बदनाम कंपनी हिकविजन के CCTV कैमरे लगवाएगी केजरीवाल सरकार, अमेरिका, ब्रिटेन में बैन हैं ये कैमरे