लखनऊ:  महीनों बाद शिवपाल यादव और योगी आदित्यनाथ की मुलाक़ात हुई. यूपी के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता के बीच क्या बातें हुई? इसका जवाब भी शिवपाल यादव ने ही दिया. उन्होंने बताया कि उनके ज़िला इटावा में अपराध बहुत बढ़ गया है. इस बात की शिकायत करने वे योगी के पास गए थे, लेकिन दोनों नेताओं की मुलाक़ात का सच एबीपी न्यूज़ के पास है. सीएम ऑफ़िस का जो अफ़सर मीटिंग में मौजूद था. उसने ही सारी बात की जानकारी एबीपी न्यूज़ को दी है.


योगी आदित्यनाथ से शिवपाल यादव अपने दामाद के लिए मिले थे. वे यूपी के सीएम से अपने आईएएस दामाद की पैरवी करने गए थे. शिवपाल यादव की बेटी की शादी सहारनपुर के रहने वाले अजय सिंह यादव से हुई है. अजय 2010 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. जब अखिलेश यादव यूपी के सीएम थे. तब अजय डेपुटेशन पर तमिलनाडु से यूपी आ गए.


नियम तो ये है कि नौ साल की नौकरी के बाद ही दूसरे राज्य में डेपुटेशन पर जाने की मंज़ूरी मिलती है, लेकिन अपनी पहुंच का इस्तेमाल कर शिवपाल यादव ने अपने दामाद के लिए यूपी आने का जुगाड़ कर लिया. पीएम ऑफ़िस ने भी उनकी मदद की. लेकिन अब अजय सिंह यादव के डेपुटेशन से तमिलनाडु लौटने का समय क़रीब आ गया है.


इसी साल 31 दिसंबर को उनका कार्यकाल ख़त्म होने वाला है. इसीलिए शिवपाल यादव सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले थे. मिलकर उन्होंने अपने दामाद को दो साल और यूपी रहने देने की बात योगी से की, लेकिन बाहर आकर पत्रकारों से इटावा में बढ़ते अपराध की बात करने लगे.


अखिलेश सरकार में सबसे ताक़तवर मंत्री रहे शिवपाल यादव के एक बेटा अंकुर और एक बेटी अनुभा हैं. उनके दामाद अजय सिंह यादव इन दिनों भूमि सुधार निगम के एमडी हैं. जब योगी आदित्यनाथ यूपी के नये-नये सीएम बने थे तो शिवपाल यादव से ख़ूब मुलाक़ातें होती थीं. लोग तो उनके बीजेपी में चले जाने की चर्चा भी करने लगे थे. वैसे भी शिवपाल की अपने भतीजे अखिलेश यादव से ठनी हुई थी.


शिवपाल यादव की पैरवी पर योगी ने उनके दामाद अजय को बाराबंकी जिले का डीएम बने रहने दिया. उन्हें इस पद पर अखिलेश यादव ने तैनात किया था, लेकिन अब हालात बदलने लगे हैं. सीएम ऑफ़िस के एक अधिकारी ने बताया कि शिवपाल के ताज़ा बयान से योगी नाख़ुश हैं. शिवपाल यादव के दामाद और दो साल यूपी में बने रहना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने आवेदन भी कर रखा है.


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