इलाहाबाद : पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी और ट्रांसपोर्ट यूनियन से जुड़ी दूसरी समस्याओं को लेकर ट्रांसपोर्टरों की देशव्यापी हड़ताल का आज संगम नगरी इलाहाबाद में भी ज़बरदस्त असर देखने को मिला. इलाहाबाद में तकरीबन बीस हजार ट्रकों के पहिए थम गए हैं. हड़ताल के पहले दिन इलाहाबाद के ट्रांसपोर्टरों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की. ट्रक यूनियन वालों की यह हड़ताल बेमियादी है.


इलाहाबाद में पहले ही दिन इस हड़ताल का ख़ासा असर देखने को मिला. ट्रांसपोर्टरों की यह हड़ताल आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्टर कांग्रेस के आवाहन पर है. हालांकि दवा और दूध जैसी ज़रूरी सेवाओं को हड़ताल से अलग रखा गया है. हड़ताल की वजह से आने वाले दिनों में सब्जियों और दूसरे सामानों की कीमतें बढ़ सकती हैं. हालांकि पहले दिन कोई ख़ास असर देखने को नहीं मिला.


ट्रांसपोर्टरों की यह हड़ताल टोल बैरियर ख़त्म करने, थर्ड पार्टी बीमा प्रीमियम में जीएसटी की छूट दिए जाने, बसों और टूरिस्ट वाहनों को नेशनल परमिट दिए जाने जैसी मांगों लेकर है. हड़ताली ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि सरकार जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी, तब तक वह हड़ताल पर रहेंगे. अपनी हड़ताल को वह किसी कीमत पर वापस नहीं लेंगे. इलाहाबाद में हड़ताल से रोज़ाना ढाई से तीन करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित होने की उम्मीद है. इलाहाबाद के हड़ताली ट्रांसपोर्टरों ने पहले दिन ही सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन और नारेबाजी की.