लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की लखनऊ में लोकप्रियता का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं कि यहां एक बार तो उनके कुर्ते को चुनाव प्रचार में उतारा गया था.


वाक़या साल 2009 का है जब लखनऊ पश्चिम से विधायक रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन, अटल जी के अस्वस्थ होने के बाद यहाँ से सांसद चुने गए. उनकी ख़ाली की गयी सीट से बीजेपी नेता अमित पूरी को टिकट दिया गया.



इस टिकट पर लालजी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन दावेदारी ठोक रहे थे लिहाज़ा अमित पुरी को टिकट दिए जाने पर लगा बीजेपी का एक खेमा नाराज़ है. ऐसे में जीत मिल पाना मुश्किल है.


जब ये बात अटल बिहारी बाजपेयी को बताई गयी तो तबियत ख़राब होने के चलते वो ख़ुद उपचुनाव में चुनाव प्रचार करने ख़ुद तो नहीं आ पाए, लेकिन उन्होंने अमित पुरी को दो कुर्ते दिए और एक चिट्ठी लखनऊ के मतदाताओं के नाम लिखी.


ये चिट्ठी और दोनों कुर्तों को लेकर अमित ने जनता के बीच वोट माँगा. हालांकि पार्टी के अंतर्विरोध के चलते चुनाव हार गए लेकिन जब आज अटल जी नहीं रहे तो उनके कुर्ते के चुनाव प्रचार की कहानी आज चर्चा में हैं.