यूपी: आईजी जब कर्नल बन कर मुक़दमा लिखाने पुलिस थाने पहुंच गए
पुलिस थाने का हाल जानने के लिए पहनावा और पद बदलकर आईजी सतीश गणेश निकले. वे नीली टी शर्ट और जींस में आगरा के हाइवे पुलिस थाने पहुंचे. सतीश गणेश 1996 बैच के आईपीएस अफसर हैं.
लखनऊ: क्या हुआ, जब आगरा के आईजी सतीश गणेश एक सामान्य नागरिक बन कर निकल पड़े. बिना सरकारी गाड़ी और वर्दी के, वो भी एक फ़ौजी बन कर. कर्नल सतीश कुमार बन कर एक टैक्सी कार से वे शहर के दौरे पर निकल पड़े. बिना किसी सुरक्षा कर्मी के. शहर के चौक चौराहों पर ट्रैफ़िक इंतज़ाम को देखा. हफ़्ते के आख़िरी दिनों में आगरा में पर्यटकों की भीड़ लग जाती है. लोग यहां ताज महल देखने आते हैं.
नीली टी शर्ट और जींस में आईजी सतीश गणेश आगरा के हाइवे पुलिस थाने पहुंच गए. वहां उन्होंने अपना परिचय कर्नल सतीश कुमार का दिया. पुलिस वालों को उन्होंने बताया कि उनकी कार से लैपटॉप चोरी हो गई है. इससे पहले उन्होंने 100 नंबर पर भी फ़ोन कर चोरी के बारे में बता दिया था. जब उन्हें लोकेशन शेयर करने के लिए बताया गया तो आईजी ने कहा कि उनके पास स्मार्ट फ़ोन नहीं है. ऐसा बता कर वे नज़दीक के पुलिस थाने की तरफ़ बढ़ गए.
आईजी ने थाने में बताया कि गाड़ी में कुछ ज़रूरी दस्तावेज रखे थे, वे भी ग़ायब हैं. कर्नल बने आईजी ने वहां के थानेदार से मिलने की बात बताई. उन्हें तुरंत थानेदार से मिलवाया गया. उन्होंने थानेदार को बताया कि वे बिहार के रहने वाले हैं और चोरी का मुक़दमा लिखवाना चाहते हैं. उन्हें पानी पिलाया गया, चाय के लिए पूछा गया. फिर कर्नल बने आईजी ने अंग्रेज़ी में मुकदमा लिखा. थानेदार रामपाल सिंह भाटी ने पूरे सम्मान के साथ उन्हें एफआईआर की कॉपी दी. आईजी के टेस्ट में जब थानेदार पास हो गए, फिर उन्होंने अपना सही परिचय दिया. उन्होंने बताया कि वे कर्नल नहीं हैं. थानेदार समेत सभी पुलिसवालों ने उन्हें सल्यूट दिया.
सतीश गणेश 1996 बैच के आईपीएस अफसर हैं. दो हफ़्ते पहले ही उन्हें आगरा का आईजी बनाया गया. इससे पहले वे लखनऊ में पीएसी में तैनात थे. कर्नल बन कर उन्होंने थानेदार का टेस्ट लिया. टेस्ट में रामपाल सिंह भाटी पास हुए. आईजी ने उन्हें 5 हज़ार रूपये का ईनाम भी दिया. यूपी के पुलिस थानों में आम लोगों के लिए केस दर्ज कराना आज भी मुश्किल काम है. आए दिन शिकायतें मिलती रहती हैं कि मुक़दमे नहीं लिखे जाते. राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कई बार इस मुद्दे पर पुलिस अफ़सरों की क्लास ले चुके हैं.