आगरा: शरहद पर तैनात सेना के जवान देश की रक्षा के लिए हर वक्त तत्पर रहते हैं लेकिन उनके घर की सुरक्षा और उनकी परेशानियां सुनने वाला कोई नही है. ऐसा ही एक मामला ताजनगरी आगरा में सामने आया है जहां बॉर्डर पर तैनात सेना के एक जवान के घर में चोरी हुए कई दिन हो गए लेकिन अबतक पुलिस ने ना तो कोई कार्रवाई की है और ना ही किसी को हिरासत में लेकर पूछताछ किया है. घटना से परेशान जवान रोज थाने के चक्कर काट रहा है लेकिन उसकी सुनने वाला कोई नहीं है.
लाखों के जेवरात और नकदी उड़ा ले गए चोर
जम्मू कश्मीर में तैनात अरविंद कुमार का आगरा के थाना एत्मादौला क्षेत्र में घर है. कुछ दिनों पहले अरविंद के घर चोरी हुई, जिसमें चोर लाखों के जेवरात और नकदी उड़ा ले गए. चोरी की जानकारी मिलते ही अरविंद जम्मू कश्मीर से तुरंत अपने घर को वापस आ गए और पुलिस को घटना की सूचना देने पहुंचें. अरविंद के मुताबिक जब वह थाने में एफआईआऱ लिखवाने पहुंचे तो पुलिस केस दर्ज करने के लिए तैयार नहीं हुई.
...तो आम लोगों का क्या होगा?
जैसे तैसे करके अरविंद ने एफआईआर लिखवाया लेकिन इसके बावजूद अब तक पुलिस ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. इस सिलसिले में अरविंद आगरा के डीएम से भी मिल चुके हैं. इस पूरे मामले में पुलिस के रवैये ने अरविंद को बेहद निराश कर दिया है. अरविंद का कहना है कि पुलिस पर से उनका विश्वास ही उठ गया है. पुलिस जब सैनिक के घर में चोरी के मामले में आरोपियों को नहीं पकड़ती है तो आम लोगों का क्या होगा.
आम जनता के लिए DIG की अनोखी पहल
इसके अलावा यूपी के आगरा में पुलिस का एक और पक्ष देखने को मिला, जो ना केवल लोगों को अच्छा लगा बल्कि इससे आम जनता को काफी उम्मीदें भी हैं. खबरों के मुताबिक आगरा रेंज के डीआईजी ने जनता को राहत देने के लिए एक नई पहल शुरू की है, जिसकी हर ओर तारीफ हो रही है. इसके तहत आम जनता अपनी किसी भी तरह कि शिकायत को डीआईजी के पास पोस्ट कार्ड के जरिए भेंज सकता है.
डीआईजी खुद ही देखते हैं सारे पोस्टकार्ड
आपको बता दें कि जो भी व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर डीआईजी ऑफिस पहुंचता है, उन्हें वहां से एक पोस्टकार्ड दिया जाता है, जिसमें वे अपनी शिकायत को लेकर फीड बैक दे सकता है. जैसे कि उन्हें इंसाफ मिला या नहीं. केवल इतना ही नहीं इस पोस्टकार्ड के जरिए लोग यह भी लिख सकते हैं कि थाने में उनके साथ पुलिस कैसा व्यवहार करती है. सबसे खास बात यह है कि सारे पोस्टकार्ड डीआईजी खुद ही देखते हैं. इस खबर ने सर्किल से लेकर थाने तक के अधिकारी चौकन्नें हो गए हैं. डी.आई.जी के इस पहल ने लोगों को काफी राहत पहुंचाई है.