पटना: अपनी पत्नी ऐश्वर्या से तलाक की अर्जी देने के बाद से ही तेज प्रताप यादव पिछले एक महीने से घर नहीं आये हैं. 3 नवंबर को पटना के फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी देने के बाद तेज प्रताप यादव रांची में अपने पिता लालू यादव से मुलाकात करने गए थे और तब से वो वापस अपने घर नहीं लौटे. रांची में लालू यादव से मुलाकात करने के बाद तेज प्रताप यादव पहले बनारस गए और वहां काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए, फिर मथुरा-वृंदावन की यात्रा पर निकल गए. 29 नवंबर को कोर्ट में पेश होने के लिए वो पटना तो आये लेकिन अपने घर नहीं गए. शुरुआत में वो होटल में रहे लेकिन अब जानकारी के मुताबिक अपने कुछ दोस्तों के यहां डेरा जमाए हुए हैं.


तेज प्रताप को मनाने की परिवार की सारी कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं. मां राबड़ी देवी ने उम्मीद जताई थी कि बेटा है, मान जाएगा और घर लौट आएगा लेकिन तेज प्रताप हैं कि अपनी जिद पर अड़े हुए हैं. ऐसे में लालू परिवार की सबसे बड़ी चिंता ये है कि आखिर तेज प्रताप यादव को लगातार बाहर रहने और साथ में दोस्तों-शागिर्दों को घुमाने के लिए इतने पैसे कहां से मिल रहे हैं.


सूत्रों के मुताबिक रांची के रिम्स अस्पताल में इलाज करा रहे सज़ायाफ्ता लालू प्रसाद यादव उन लोगों से नाराज हैं जो ऐसे मौके पर उनके बेटे को पैसे उपलब्ध करा रहे हैं. लालू यादव का मानना है कि ऐसा करने वाले लोग उनके परिवार और पार्टी के शुभचिंतक नहीं हैं क्योंकि इससे उनके परिवार की दिक्कतें बढ़ रही हैं. लालू यादव को शक है कि तेज प्रताप को वित्तीय सहायता करने वाला उनके परिवार का ही कोई रिश्तेदार है, जिसकी अब लालू परिवार से नहीं बनती और वो नहीं चाहता कि उनका परिवार खुश रहे इसीलिए वो लगातार तेज प्रताप यादव के संपर्क है. इतना ही नहीं सूत्रों का तो ये भी दावा है कि उस रिश्तेदार ने तेज प्रताप को अलग बंगला दिलाने के लिए भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी से भी संपर्क साधा है. हालांकि जब इस बारे में महेश्ववर हजारी से एबीपी न्यूज़ ने सवाल किया तो उन्होंने इसपर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया.


सूत्रों का कहना है कि एक विधायक होने के नाते तेज प्रताप यादव खुद का खर्च उठाने में तो सक्षम हैं लेकिन जिस लाव-लश्कर के साथ वो पिछले एक महीने से घर से दूर हैं, उससे इतना तो स्पष्ट है कि कोई है जो उन्हें पैसे उपलब्ध करा रहा है.


दरअसल पत्नी से तलाक लेने की अर्जी देने के बाद से ही तेज प्रताप यादव घर छोड़ चुके हैं, तेज प्रताप का आरोप है कि ऐसी परिस्थिति में भी उनका परिवार उनका साथ देने की बजाय उनकी पत्नी के पक्ष में खड़ा है. तेज प्रताप ने अपने घर में रहने वाले कुछ लोगों पर ही परिवार को उनके खिलाफ भड़काने का आरोप लगाया था और तेज प्रताप की इकलौती शर्त यही है कि पत्नी से तलाक लेने के मामले में उनका परिवार उनका समर्थन करे जो फिलहाल होता हुआ नहीं दिखाई पड़ रहा.


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