नई दिल्ली: दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार के बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बहुत बड़ा आरोप लगाया है. कपिल मिश्रा के मुताबिक केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से 2 करोड़ रुपए घूस लिए. कपिल के इन आरोपों के बाद राजनीतिक गलियारे में सरगर्मियां बढ़ गई हैं. जानें कौन हैं कपिल मिश्रा जिन्होंने केजरीवाल पर लगाए हैं रिश्वत लेने के आरोप ?


राजनीतिक तौर पर RSS-BJP के करीब रहा कपिल मिश्रा का परिवार


कपिल मिश्रा मूल रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. उनका परिवार राजनीतिक तौर पर आरएसएस-बीजेपी के करीब रहा है. कपिल की मां अन्नपूर्णा मिश्रा बीजेपी नेता हैं और पूर्वी दिल्ली नगर निगम की पहली मेयर रह चुकी हैं. लेकिन कपिल मिश्रा की सोच थोड़ी अलग थी.


कपिल मिश्रा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के अम्बेडकर कॉलेज से बीए और फिर सोशल वर्क डिपार्टमेंट से एमए की पढ़ाई की. कॉलेज के समय से ही वो सामाजिक आंदोलनों से जुड़ गए. काफी वक्त तक उन्होंने यमुना की सफाई के लिए काम किया. बाद में कपिल अन्ना आंदोलन और फिर आम आदमी पार्टी से जुड़े.


जितेंद्र तोमर की छुट्टी की वजह से हुई कपिल की केजरीवाल कैबिनेट में एंट्री


2013 विधानसभा चुनाव में कपिल मिश्रा करावल नगर से चुनाव हारे लेकिन 2015 में भारी मतों से जीत दर्ज की. उन्हें पहले दिल्ली जल बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया गया.


केजरीवाल कैबिनेट में कपिल मिश्रा की एंट्री जितेंद्र तोमर की छुट्टी की वजह से हुई. उन्हें जल मंत्रालय और कानून मंत्रालय के रूप में दो अहम जिम्मेदारी दी गई. उन्हें पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय भी मिला.


जल मंत्री बनने के साथ ही उन्होंने कथित टैंकर घोटाले की जांच के लिए कमिटी बनाई. कमिटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रिपोर्ट सौंपी. उसी दौरान उनसे कानून मंत्रालय ले लिया गया था.


राष्ट्रवाद से जुड़े विषयों पर सक्रिय रहते हैं कपिल मिश्रा


कपिल मिश्रा राष्ट्रवाद से जुड़े विषयों पर सक्रिय रहते हैं और आम आदमी पार्टी की तरफ से बीजेपी पर हमले के लिए जाने जाते थे. एक बार उन्होंने दिल्ली में एक कार्यक्रम में आई जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को मंच से ही सरेआम सवालों के घेरे में ले लिया था.


जल मंत्री के तौर पर उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि यही थी कि 20 हजार लीटर मुफ्त पानी देने के बावजूद जल बोर्ड करीब 200 करोड़ के मुनाफे में रहा. दिल्ली जल बोर्ड की तारीफ सीएम अरविंद केजरीवाल हर मंच से करते थे. कपिल मिश्रा के कार्यालय में केजरीवाल की तस्वीर हमेशा दिखाई देती थी.


कपिल मिश्रा पर भी गिर गई गाज


इन्हीं सब के बीच दिल्ली नगर निगम के चुनाव में करारी हार के बाद जब आम आदमी पार्टी ने ईवीएम को वजह बताया तो कपिल ने आगे आ कर हार को स्वीकार किया और कहा कि लोगों ने पार्टी को वोट नहीं दिया. इसके बाद अमानतुल्लाह खान विवाद में कपिल ने खुल कर कुमार विश्वास का साथ दिया.


अमानत पर कार्रवाई तो हुई लेकिन कपिल पर भी गाज गिर गई. इसके बाद से कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर ऐसे ऐसे इल्जाम लगाए कि वो 2 दिनों से पूरे देश की सुर्खियों में हैं.