कौन हैं आरजेडी के राज्यसभा उम्मीदवार अमरेंद्रधारी सिंह, कैसे लालू यादव ने एक तीर से किए दो शिकार
आरजेडी के कई नेता भी अमरेंद्रधारी सिंह को नहीं जानते हैं. बिहार आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने उनके बारे में बताते हुए कहा कि अमरेंद्रधारी सिंह समाजसेवी हैं और आरजेडी से जुड़े हुए हैं.
पटना: राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने राज्यसभा के दो प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. एक चेहरा प्रेमचंद्र गुप्ता तो पहले से चिर-परिचित हैं, लेकिन दूसरे नाम के ऐलान ने राजनीति में खलबली मचा दी है. दूसरा नाम अमरेंद्रधारी सिंह का है. ये ना तो राजनीति का जाना-माना चेहरा हैं और ना ही कभी किसी ने राजनीतिक महकमे में उनका नाम सुना था. कल तक दूसरे नामों के कयास लग रहे थे, लेकिन गुरुवार को अमरेंद्रधारी सिंह के नाम का ऐलान कर दिया गया. लोगों के मन में सवाल है कि आखिर कौन हैं ये अमरेंद्रधारी सिंह, जिनपर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने इतना भरोसा जताया है.
अमरेंद्रधारी सिंह को आरजेडी के कई नेता भी नहीं जानते
राज्यसभा चुनाव के लिए अमरेंद्रधारी सिंह का नाम सभी के लिए चौंकाने वाला है. इस नाम को आरजेडी के कई नेता भी नहीं जानते हैं. जगदानंद सिंह ने आरजेडी कार्यालय पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमरेंद्रधारी सिंह का नाम लेते हुए उनके बारे में बताया कि वो समाज के प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, साथ ही आरजेडी से जुड़े हुए हैं.
13 देशों में फर्टिलाइजर और केमिकल के इंपोर्ट का बिजनेस
अमरेंद्रधारी सिंह पटना जिले के विक्रम के रहने वाले हैं और अहमद पटेल के काफी करीबी माने जाते हैं. वो एक बड़े व्यवसायी और जमींदार है. पाटलिपुत्र कॉलोनी में उनका बड़ा आलीशान घर है. पटना के पालीगंज के अंइखन गांव में एक हजार बीघा जमीन के मालिक हैं. 55 साल के अमरेंद्रधारी सिंह ने अब तक शादी नहीं की है. उनका रियल एस्टेट समेत 13 देशों में फर्टिलाइजर और केमिकल के इंपोर्ट का बिजनेस है.
दिल्ली के गोल्फ क्लब के भी सदस्य हैं अमरेंद्रधारी सिंह
इसके साथ ही अमरेंद्रधारी सिंह दिल्ली के गोल्फ क्लब के भी सदस्य हैं. इस क्लब में बिहार के सिर्फ तीन सदस्य हैं-किंग महेंद्र, रविशंकर प्रसाद और अमरेंद्रधारी सिंह. अमरेंद्रधारी सिंह ने पटना के सेंट माइकल स्कूल से पढ़ाई की है. बताया गया है कि वे दिल्ली में गरीबों के लिए 200 बेड का अस्पताल बनवा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक वे लालू यादव के पुराने जानने वाले हैं.
आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने एक तीर से दो शिकार किया है
बताया जा रहा है कि अमरेंद्रधारी के नाम का ऐलान कर लालू यादव ने एक तीर से दो शिकार किया है. पहला पार्टी से बिदक गये अगड़े वोटर्स को साधने की कोशिश की है और दूसरा कांग्रेस से अगड़ी जाति की राजनीति करने का तमगा छीनने की कोशिश की है. गौरतलब है कि ब्राह्मण जाति से आने वाले मनोज झा पहले से ही राजयसभा के सदस्य हैं. राजपूत समुदाय से आने वाले जगतानन्द सिंह आरजेडी के प्रदेश अध्य्क्ष हैं और अमेरेंद्रधारी सिंह भूमिहार समुदाय से आते हैं.