नई दिल्ली: बिहार में बीजेपी गठबंधन पार्टियों के साथ 17 लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ रही है, लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ नेता सैयद शाहनवाज हुसैन को टिकट नहीं मिलना चर्चा का विषय बना हुआ है. इस मुद्दे पर एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में पीएम मोदी ने टिकट नहीं मिलने की वजह बताई है.


पीएम मोदी ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि गठबंधन साथियों में सीट शेयरिंग की वजह से शाहनवाज हुसैन टिकट नहीं मिल सका. मोदी ने कहा, "वो गठबंधन के अपने समझौते होते हैं. उसमें किसी व्यक्ति का कारण थोड़ा होता है. किसी व्यक्ति के लिए इधर उधर नहीं जाती है."


आपको बता दें कि शाहनवाज हुसैन पिछले लोकसभा चुनाव में भागलपुर से बीजेपी के उम्मीदवार थे, लेकिन मोदी लहर के बावजूद उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस बार ये सीट एनडीए के गठबंधन साथी जेडीयू के खाते में चली गई और इस तरह शाहनवाज हुसैन टिकट से महरूम रह गए.


याद रहे कि साल 1999 में शाहनवाज हुसैन ने उस समय इतिहास रच दिया था जब उन्होंने बीजेपी की तरफ से लोकसभा चुनाव में बिहार के किशनगंज से जीत दर्ज की. शहनवाज की उम्र उस समय मात्र 30 साल थी और उस समय उन्हें प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्री परिषद में शामिल किया गया. अगले दो सालों में उन्हें राज्य का कोल मंत्री बना दिया गया और कैबिनेट की रैंक दे दी गई. 32 साल की उम्र में वो यूनियन कैबिनेट मंत्री बनने वाले सबसे युवा नेता था. तो वहीं उन्हें कपड़ा मंत्रालय का भी चार्ज दे दिया गया. शहनवाज बीजेपी के सबसे युवा और जोशीले मुस्लिम चेहरे के रुप में सामने आने लगे जिन्हें वाजपेयी और आडवाणी दोनों पसंद करते थे.


जानिए- भागलपुर सीट का इतिहास
भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के इतिहास में सबसे अधिक वोट से जीतने का रिकॉर्ड चुनचुन प्रसाद यादव के नाम दर्ज है. 1989 के लोकसभा चुनाव में जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़े चुनचुन यादव ने कांग्रेस प्रत्याशी भागवत झा आजाद को चार लाख से अधिक मतों से पराजित किया था. वहीं सबसे कम मतों से हार-जीत का अंतर 2014 के लोकसभा चुनाव में रहा. भागलपुर मुसलमानों और यादवों का गढ़ है. लेकिन बीजेपी साल 2004, 2006 और 2009 तीनों बार ये सीट जीतने में कामयाब रही.


टिकट न मिलने पर विवाद
गौरतलब है कि 23 मार्च को शाहनवाज हुसैन ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि 'मैं इस बार भागलपुर से चुनाव नहीं लड़ूंगा. बिहार में एनडीए गठबंधन में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने मेरी सीट समेत छह सीटें ले ली हैं, जहां पर मौजूदा भाजपा सांसद हैं. हालांकि मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा, लेकिन पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करूंगा.'


बता दें कि भाजपा का सॉफ्ट मुस्लिम चेहरा कहे जाने वाले शाहनवाज हुसैन पिछले लोकसभा चुनाव में शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल से 9,485 वोटों से हार गए थे.