मुजफ्फरनगर के भोकरहेड़ी गांव में ग्रामीण बैंक के बाहर गांव के ही चंद्रपाल ने ओमसिंह के ऊपर उस समय ईटों से हमला किया, जब वह बैंक से पैसे निकालकर बाहर निकल रहा था. (13 जुलाई) ईटों के प्रहार से घायल हुआ ओमसिंह जमीन पर गिर गया और चंद्रपाल भीड़ को जुटता देख वहां से भाग निकला.
स्थानीय लोग घायल ओमसिंह को एम्बुलेंस में लेकर मेरठ मेडिकल कॉलेज की ओर जा रहे थे, तभी अधिक खून बह जाने के कारण ओमसिंह ने रास्ते मे दम तोड़ दिया. ओम सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
क्या है सरेआम हुई हत्या के पीछे की कहानी
सूत्रों के अनुसार ओमसिंह और चंद्रपाल गांव के एक ही कुनबे से ताल्लुक रखते हैं. चंद्रपाल की पत्नी ममता का प्रेम-प्रसंग ओमसिंह के साथ हो गया था. मामला इतना आगे बढ़ा कि 3 साल पहले ममता ने चंद्रपाल को छोड़ दिया और ओमसिंह के साथ चली गई. ओमसिंह तब से गांव नही लौटा था. बताया गया है कि ओमसिंह ने ममता से कोर्ट में शादी कर ली थी और दोनों छुपकर साथ-साथ रह रहे थे. पुलिस ने चंद्रपाल को गिरफ्तार कर लिया है.
चंद्रपाल ने दिल में जिंदा रखी थी प्रतिशोध की ज्वाला
अपनी पत्नी के ओमसिंह के साथ चले जाने के बाद से चंद्रपाल गुस्से में था. उसने ओमसिंह और ममता से बदला लेने का पक्का इरादा कर रखा था. कई साल से ओमसिंह से हिसाब बराबर करने का मौका तलाश रहे चंद्रपाल को किसी ने खबर दी कि ओमसिंह को बैंक के पास देखा गया है तो वह उसे खत्म करने का मन बनाकर बैंक की ओर दौड़ लिया. ओमसिंह को संभलने का मौका दिए बगैर उसने वारदात को अंजाम दे दिया.