गोरखपुर: पानवाले पर आया शिक्षिका का दिल, करा दी पति की हत्या
ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए भी टेढ़ी खीर था. लेकिन, पूछताछ, सर्विलांस और कॉल डीटेल के आधार पर पुलिस ने दो दिन में ही घटना का खुलासा कर दिया. घटना के खुलासे के बाद पुलिसवाले भी दंग रह गए.
गोरखपुर: पति-पत्नी का रिश्ता प्रेम और विश्वास पर टिका होता है. पर गोरखपुर में ऐसी घटना सामने आई है जिसने इस रिश्ते को शर्मसार कर दिया. बेवफाई के दलदल में धंसी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रच डाली.
वो सरकारी स्कूल में शिक्षिका थी. लेकिन, 15 साल पहले शादी और दो बच्चे होने के बावूजद उसका एक पानवाले के ऊपर दिल आ गया. वो हर रोज स्कूल जाते-आते वक्त गुपचुप तरीके से पानवाले से मिलती और उसके साथ जीने-मरने की कसमें खाती. उसे इस बात का भी ख्याल नहीं रहता कि उसका पति और दो बच्चे भी हैं. वो अक्सर अपने प्रेमी से मोबाइल पर बात करती थी. मृतक की भाभी प्रमिला शर्मा ने बताया कि व्यापारी पति विनोद शर्मा ने कई बार उसे रंगे हाथों पकड़ा. लेकिन, अपनी शातिर अदाओं से वो पति को मना लेती. सीधा-साधा पति भी उसे माफ कर देता. यही माफी पति के लिए मौत बनकर आई. शिक्षिका पत्नी ने प्रेमी और उसके साथी के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची और उसे रास्ते से हटा दिया. एसएसपी शलभ माथुर ने आज घटना का खुलासा किया. उन्हों ने बताया कि चिलुआताल थानाक्षेत्र के काईलहवा के रहने वाले व्यापारी विनोद शर्मा की 30 मार्च की शाम घर के पास दो युवकों ने चाकू से गला रेत दिया. शोर सुनकर घरवाले घटनास्थाल पर पहुंचे तो विनोद के गले के पास से खून बह रहा था. घरवालों ने आनन-फानन में उन्हें अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए भी टेढ़ी खीर था. लेकिन, पूछताछ, सर्विलांस और कॉल डीटेल के आधार पर पुलिस ने दो दिन में ही घटना का खुलासा कर दिया. घटना के खुलासे के बाद पुलिसवाले भी दंग रह गए. दरअसल विनोद की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी आशा शर्मा ने ही कराई थी. उसी ने अपने पिपराइच के रहने वाले अपने प्रेमी अनूप मोदनवाल और उसके साथी संदीप मद्धेशिया को पति के बाजार जाने और वापस लौटने के बारे में बताया था.
गोरखपुर के चिलुआताल के कोईलहवा निवासी विनोद शर्मा की शादी वर्ष 1997 में रामपुर झंगहा निवासी आशा शर्मा के साथ हुई थी. दोनों का हंसता-खेलता परिवार था. लेकिन, विनोद के परिवार को उसकी पत्नी आशा की ही नजर लग गई. मृतक की भाभी प्रमिला ने बताया कि आशा की शादी के पांच साल बाद गौना हुआ. शादी के बाद उसके दो बच्चों कक्षा 7 में पढ़ने वाला 13 साल का रणवीर और कक्षा 3 में पढ़ने वाला 9 साल का अर्पित का हंसता खेलता परिवार था. धीरे-धीरे जिंदगी की गाड़ी आगे बढ़ रही थी. इसी बीच आशा पिपराइच के अहिरौली प्राथमिक विद्यालय में सरकारी शिक्षिका हो गई. इसके साथ ही घर में खुशहाली आ गई. लेकिन, परिवारवालों को क्या पता था कि यही नौकरी उनके परिवार को बर्बाद कर देगी. स्कूल आते-जाते आशा का पिपराइच में पान बेचने वाले अनूप मोदनवाल के साथ अवैध संबंध हो गया. आशा शर्मा अपने प्रेमी अनूप के प्यार में इस कदर पागल हो गई कि उसे किसी की परवाह नहीं रही.
आरोपी अनूप मोदनवाल और उसके साथी संदीप मद्धेशिया ने बताया कि आशा ने पति की हत्या का फुलप्रूफ प्लान बनाया. 30 मार्च की शाम को जब वह बाजार से सामान लेकर घर लौट रहा था. उसी दौरान वह अपने दोस्ता संदीप मद्धेशिया के साथ दीवार की आड़ लेकर छुप गया और चाकू से गला रेतकर उसकी हत्या कर फरार हो गया. उसने बताया कि आशा ने पहले पति के रहते उसके साथ सालभर पहले शादी कर ली थी. उसके पति विनोद को दोनों के ऊपर शक हो गया था. वो प्यार में इस कदर अंधा हो गया था कि उसे कुछ भी नहीं सूझा और आशा के कहने पर उसके पति विनोद की हत्या कर दी. पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर आलाकत्ले, दो चाकू, आरोपियों के खून से सने कपड़े, 3 मोबाइल, एक मोटरसाइकिल बरामद की है.