नई दिल्ली: यूपी में चुनाव से पहले आज भी जबर्दस्त हलचल है. मुलायम परिवार में टूट के बाद बड़ा सवाल ये है कि चुनाव चिन्ह साइकिल की सवारी कौन करेगा. इसी बीच अमर सिंह लंदन से दिल्ली लौट चुके हैं. अमर सिंह ने सपा में हो रहे इस झगड़े पर आज कहा कि 'मैं मुलायम जी के साथ था, हूं और रहूंगा.'


दिल्ली पहुंचते ही अमर सिंह ने कहा, 'जब मैं राज्यसभा गया तब भी मैं किसी दल का मेंबर नहीं था. जब मैं राज्यसभा का उम्मीदवार बना तब मैंने सपा से पर्चा भरा. दूसरे नेताओं की तरह हाथ जोड़कर टिकट नहीं मांगा. पूछे जाने पर मुलायम सिंह जी ने एक बार कहा था कि अमर सिंह दिल में है, दल में नहीं. अगर मुलायम सिंह जी ने अपने दिल से मुझे निष्काषित कर दें तो मेरे लिए खेद का विषय है और दल का मेरे लिए महत्व नहीं.'  देखें Video:



आपको बता दें कि कल ही अखिलेश खेमे ने अमर सिंह को सपा से  बाहर का रास्ता दिखा दिया था. कल अखिलेश यादव ने सपा के आपात राष्ट्रीय अधिवेशन में पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने के बाद अमर सिंह पर बिना नाम लिए निशाना भी साधा था. इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अमर सिंह ने कहा, 'अगर उनके (मुलायम सिंह) साथ रहके कभी नायक बने तो अगर खलनायक भी बने तो बनने को तैयार हैं.'


 


अखिलेश ने कहा, 'पार्टी के खिलाफ साजिश करने वालों ने न केवल सपा को नुकसान पहुंचाया, बल्कि नेताजी के सामने भी संकट पैदा किया.'


उन्होने दो टूक कहा कि जो भी पार्टी के खिलाफ साजिश करेगा, वह उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे.उन्होंने कहा, 'सपा के खिलाफ साजिशों से पार्टी का लगातार नुकसान हुआ है. उत्तर प्रदेश की सरकार को किसानों, मजदूरों, अल्पसंख्यक सभी वर्गो का समर्थन प्राप्त है और वे चाहते हैं कि सपा की सरकार फिर बने. लेकिन कुछ लोग ऐसा नहीं चाहते. यदि प्रदेश में दोबारा हमारी सरकार बनती है तो सर्वाधिक प्रसन्नता नेताजी को होगी."


उन्होंने पार्टी में साजिशों के लिए शिवपाल और अमर सिंह का नाम लिए बगैर उन पर निशाना साधते हुए कहा, 'आने वाले तीन-चार महीने बहुत महत्वपूर्ण हैं, न जाने कौन मिलकर क्या फैसला करवा दे, कौन मिलकर क्या टाइप करवा दे.'


संबंधित खबरें-

छलका शिवपाल यादव का दर्द, गाया- ‘कसमें, वादे, प्यार, वफा सब बातें हैं..’

SP सासंद नरेश अग्रवाल और किरणमय नंदा को मुलायम सिंह ने पार्टी से निकाला