नई दिल्ली: गुजरात मामले को लेकर बिहार की सियासत गरमाई हुई है. जहां एक तरफ बीजेपी, कांग्रेस पर बिहार के लोगों के खिलाफ हुई हिंसा के लिए जिम्मेदार बता रही है, वहीं अब कांग्रेस ने अपने तेवर तीखे कर दिए हैं. बुधवार को कांग्रेस ने कहा कि वह पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को 2019 के लोकसभा चुनावों में बिहार में प्रचार नहीं करने देगी. कांग्रेस ने कहा कि वह पीएम मोदी और अमित शाह को काले झंडे दिखाएगी. द टेलीग्राफ के मुताबिक पार्टी ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी और शाह ने बिहार के लोगों के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने के लिए कुछ नहीं किया.


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा, ''अगर वे बिहार आते हैं तो हम पीएम मोदी और अमित शाह को काले झंडे दिखाएंगे और उन्हें बिहार के लोगों के खिलाफ हुई हिंसा के चलते चुनाव प्रचार भी नहीं करने देंगे. केंद्र और राज्य दोनों में बीजेपी की सरकार है और उन्होंने इसे रोकने के लिए कुछ नहीं किया.''


अखिलेश प्रसाद सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए ये बात कही. उन्होंने ये भी कहा कि बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्री कृष्ण सिंह की जयंती को लेकर आगामी 21 अक्टूबर को कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में तेजस्वी प्रसाद यादव और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर के अध्यक्ष जीतन राम मांझी, कांग्रेस के बिहार मामलों के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, वरिष्ठ नेता मीरा कुमार, शकील अहमद और कई शामिल होंगे. जब उनसे पूछा गया कि क्या अल्पेश ठाकोर भी इसमें शामिल होंगे, उन्होंने बताया कि उन्हें निमंत्रण नहीं भेजा गया है. गौरतलब है कि बीजेपी लगातार ये आरोप लगा रही है कि गुजरात में बिहार के लोगों के खिलाफ हुई हिंसा के पीछे अल्पेश ठाकोर का हाथ है.


वहीं बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि अल्पेश ठाकोर पहले शख्स थे जिन्होंने बिहार के लोगों के खिलाफ हुई हिंसा मामले की जांच की और दोषियों के खिलाफ सजा की मांग की. बीजेपी उनपर झूठे आरोप लगा रही है. बिना जांच के उन्हें दोषी घोषित नहीं किया जाए.