कानपुर: महिला कांस्टेबल और उसके भाई को सपा के पूर्व विधायक के रिश्तेदार ने जमकर पीटा. महिला कांस्टेबल ने कहा कि जब उन्होंने पुलिस से शिकायत की तो पुलिस ने भी उनकी सुनवाई नहीं की. पूर्व सपा विधायक सतीश निगम अपने रिश्तेदार को छुड़ाने के लिए थाने पहुंच गए. महिला कांस्टेबल पर समझौते का दबाव बनाते रहे.  पुलिस का रवैया देख कर महिला कांस्टेबल कहा, जिस विभाग में नौकरी कर रही हूं,उसी विभाग से न्याय नहीं मिला तो मैं नौकरी से इस्तीफा दे दूंगी. वही xसीओ गोविन्द नगर महिला कांस्टेबल बोलने में घबरा रहे हैं, वो अपने बयान में कह रहे हैं कि एक लेडी और उसके भाई के साथ मार पीट हुई है.


भावना कार से भाई सौरभ सोनकर के साथ श्याम नगर स्थित घर जा रही थीं


झांसी के प्रेम नगर थाने में कांस्टेबल के पद पर तैनात भावना सोनकर छुट्टी पर अपने घर आयी थी. भावना कार से भाई सौरभ सोनकर के साथ श्याम नगर स्थित घर जा रही थी. तभी नौबस्ता थाना क्षेत्र स्थित बीते शनिवार देर को श्याम नगर के पास उनकी कार के सामने नशेबाज युवकों की कार आ कर बंद हो गयी. इस बात पर महिला कांस्टेबल के भाई और कार सवार युवकों में बहस शुरू हो गयी बहस के बाद कार से उतरे अजीत निगम और पुष्पेन्द्र सिंह ने सौरभ को पीटना शुरू कर दिया. भाई को बचाने आई महिला कांस्टेबल को युवकों ने नहीं छोड़ा और बीच सड़क में उसकी भी पिटाई कर दी. नशेबाज युवकों ने महिला कांस्टेबल के साथ छेड़छाड़ भी की और उसके हाथ में दांत से काट लिया.


लोगों से गुहार लगाती रही कि मेरे भाई को बचा लो


महिला कांस्टेबल भावना सोनकर ने बताया कि मै वहा खड़े स्थानीय लोगों से गुहार लगाती रही कि मेरे भाई को बचा लो. मुझे भी बाल पकड़ कर दोनों पीटने में लगे थे, इसके बाद उनका एक साथी आ गया और वो हम दोनों को पीटने लगा. इसके बाद नशेबाज युवक अपनी कार छोड़ कर भाग गए क्यों कि उनकी कार बंद हो गयी और वो स्टार्ट नही हो रही थी.
मैंने पुलिस कंट्रोल रूम को इस घटना की सूचना दी,मौके पर पहुची पुलिस के साथ मैं थाने आ गयी. इसके बाद थाने में नेता गिरी शुरू हो गयी ,मुझ पर समझौते का दबाव बनाया जाने लगा. तीन घंटे तक हमारा मेडिकल नहीं कराया. थाने में नशेबाज युवकों की तरफ से आए लोग मुझे नौकरी से हटवाने और कोर्ट कचहरी की चक्कर लगवाने की धमकी देने लगे.


कांस्टेबल ने कहा- मेरा ही विभाग मेरा साथ देने को तैयार नहीं था


मेरा ही विभाग मेरा साथ देने को तैयार नहीं था ,बड़ी मुश्किल से पुलिस एक युवक को पकड़ लायी और उससे बड़े ही नार्मल ढंग से पूछताछ कर उसे थाने में बैठा दिया. जो लड़का पकड़ा गया है पुलिस ने उससे यह नहीं पुछा की मार पीट में तुम्हारे साथ और कौन-कौन शामिल था. पुलिस दूसरे लड़के को बचाने का प्रयास कर रही है और जो लड़का पकड़ा गया है उसका नाम तो है,लेकिन बाकी को अज्ञात में डाल कर मुकदमा लिख रही है. मैंने किसी बात नहीं सुनी और इस घटना के खिलाफ थाने में तहरीर दी है. आखिर उन लड़कों ने मुझे और मेरे भाई को क्यों पीटा उसकी और मेरी गलती क्या थी.


कांस्टेबल ने कहा-मुझे न्याय नहीं मिला तो इस्तीफा दूंगी


भावना सोनकर का कहना है कि यदि मुझे न्याय नहीं मिला और उन लड़को के खिलाफ कार्यवाई नहीं की गई तो मैं अपना इस्तीफा दूंगी . ऐसे विभाग में नौकरी करने से क्या फायदा जिसके लिए मै दिन रात लोगो की मदद के लिए तैयार रहती हूँ .


सीओ गोविन्द नगर सैफुद्दीन के मुताबिक दोनों पक्ष अपनी-अपनी गाडियों में थे ,कार को ओवर टेक करने को लेकर विवाद हुआ था . इसी बात पर ज्यादा मार पीट हुई ,थाने तक आई बात मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है . दोनों का मेडिकल कराया गया है ,एक लेडी को और उसके भाई को दो लोगों ने मारा है. एक गिरफ़्तारी हो चुकी है उसे जेल भेजा जा रहा है और दूसरे की तलाश की जा रही है.