मथुरा: हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी अब मथुरा जनपद में कहर ढाने लगा है. यमुना का पानी यमुना किनारे के गाँवों में फसलों को बरबाद करने के बाद अब वृन्दावन की निचली कालोनियों में जनजीवन को प्रभावित करने लगा है.


अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) ब्रजेश कुमार ने बताया, "जिलाधिकारी के निर्देशानुसार उपरोक्त स्थानों पर बाढ़ राहत शिविर बनाए जाएंगे तथा शिविरों में शरण लेने वाले नागरिकों की जरूरत का हर सामान मुहैया कराया जाएगा."


उन्होंने बताया, "केशीघाट पर यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से पीएसी की एक प्लाटून फ्लड यूनिट तैनात की गई है. पीएसी के जवान लगातार यमुना में दो स्टीमरों से गश्त कर रहे हैं और श्रद्धालुओं को यमुना किनारे से दूर रहने की चेतावनी दे रहे हैं."


इस स्थिति में राजस्व विभाग ने शहर में बाढ़ राहत शिविर बनाने का काम शुरु कर दिया है. विभाग की टीम ने बुधवार को बाढ़ राहत शिविर बनाने के लिए हजारी मल सोमानी नगर निगम इंटर कॉलेज, बालिका इंटर कॉलेज, लक्ष्मण शहीद स्मारक का जायजा लिया.


प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ कालोनियों में बाढ़ के हालात बनने के बाद वहां के निवासियों ने सुरक्षित स्थानों पर पलायन करना शुरु कर दिया है. बुधवार को यमुना का जलस्तर बढ़ने से केशीघाट की आठ सीढ़ियां जलमग्न हो गई.


जानकारी के अनुसार वृन्दावन के श्याम कुटी क्षेत्र स्थित श्याम विहार कालोनी, यमुना विहार, कालीदह क्षेत्र स्थित कालिंदी विहार कालोनी में यमुना का पानी प्रवेश कर गया है. कालोनी में बनी कई गोशालाओं और मकानों में यमुना का पानी भर गया है.


जानकारी के अनुसार कालिंदी विहार कालोनी के लोग बाढ़ से बचने के लिए अपने सामान व मवेशियों को लेकर सुरक्षित स्थान की ओर पलायन करने लगे हैं. बाढ़ के खतरे से घबराए लोग हर पल यमुना पर नजर रखे हुए हैं. श्याम विहार कालोनी निवासियों ने बताया कि यमुना में गिरने वाले गौरानगर के नाले का पानी अब उल्टे कालोनी में प्रवेश करने लगा है.