लखनऊ:एक पुरानी कहावत है ‘हड़बड़ी में शादी तो कनपटी में सिंदूर. यूपी में बीजेपी के कुछ नेताओं को तो यही रोग लग गया है. जब पूरा देश महाराणा प्रताप की जयंती मना रहा था. यूपी के एविएशन मिनिस्टर नंदगोपाल नन्दी उनकी पुण्यतिथि मनाने लगे. उन्होंने जो पोस्टर बनवाए हैं उस पर यूपी सरकार का लोगो बना हुआ है. बीजेपी के चुनाव चिह्न कमल को भी पोस्टर पर जगह मिली है.



मतलब ये है कि मंत्री जी ने पूरे ताम-झाम से महाराणा प्रताप का सम्मान किया. लेकिन असली बात भूल गए कि ये जन्म दिन था या फिर उनकी पुण्यतिथि.



अगर उन्होंने अपने सीएम योगी आदित्यनाथ का ट्वीट देख लिया होता, तो फिर ये ग़लती नहीं होती. अखिलेश यादव ने भी महाराणा प्रताप की जयंती मनाई. उन्होंने भी ट्वीट किया. नेताओं के बीच सोशल मीडिया पर एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ मची है. किसी की जयंती और पुण्यतिथि मनाना तो बस बहाना है.



पिछले ही महीने योगी सरकार के चार मंत्रियों ने बिना बात के गुरू नानक जयंती की शुभकामनाएं दे दी थीं. 15 अप्रैल को सबसे पहले स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने ट्वीट किया. फिर तो लगे हाथ कुछ और मंत्रियों ने भी ऐसा ही किया. सिद्धार्थनाथ को जब अपनी ग़लती का एहसास हुआ तो उन्होंने अपनी ट्वीट डिलीट कर दी. किसी की जयंती और पुण्यतिथि मनाना अब दिखावा जैसा हो गया है. या फिर राजनैतिक मजबूरी.