योगी आदित्यनाथ की इस चुनौती को मायावती ने किया स्वीकार
यूपी में पिछले महीने निकाय चुनाव हुए में 16 में से 14 मेयर बीजेपी के चुने गए जबकि मेरठ और अलीगढ़ में बीएसपी जीत गई. चुनावी नतीजे आने के बाद मायावती ने एक बार फिर हार का ठीकरा ईवीएम मशीन पर फोड़ा.
लखनऊ: यूपी निकाय चुनाव बाद राज्य की सियासत गरमाई हुई है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठा दिए. इसी बीच मायावती ने योगी आदित्यनाथ को बैलेट पेपर से चुनाव करा कर ताक़त आज़माने की चुनौती दी है. बीएसपी सुप्रीमो ने कहा है कि अगर हिम्मत है तो बीजेपी मेयर की सभी 16 सीटों पर वोटिंग करा ले. इस पर रविवार को सीएम योगी ने मायावती को चुनौती दी थी कि बीएसपी अपने दोनों मेयरों से इस्तीफ़ा लेगी तो हम उन जगहों पर बैलेट पेपर से चुनाव करवाने को तैयार हैं. योगी आदित्यनाथ की इस चुनौती को मायावती ने स्वीकार कर लिया है.
यूपी में पिछले महीने निकाय चुनाव हुए में 16 में से 14 मेयर बीजेपी के चुने गए जबकि मेरठ और अलीगढ़ में बीएसपी जीत गई. चुनावी नतीजे आने के बाद मायावती ने एक बार फिर हार का ठीकरा ईवीएम मशीन पर फोड़ा.
मायावती ने कहा कि अगर बीजेपी इतनी ही मज़बूत है तो फिर नगर पालिका और नगर पंचायत में उसे वैसी कामयाबी क्यों नहीं मिली? इसी बात पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भड़क गए. बीजेपी ऑफ़िस में पार्टी के मेयरों के सम्मान समारोह में वे बोले, “अगर उन्हें ईवीएम पर भरोसा नहीं है तो फिर अपने मेयरों से इस्तीफ़ा लें, हम वहां बैलेट पेपर से चुनाव कराने को तैयार हैं.”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जवाबी हमला करते हुए मायावती सभी 16 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार हो गई हैं. लेकिन इसके लिए उन्होंने बीजेपी के सभी मेयरों के इस्तीफ़े की शर्त रखी है. यूपी विधानसभा चुनाव में शर्मनाक हार के बाद से ही मायावती ईवीएम पर सवाल उठाती रही हैं.
एक दूसरे की धुर विरोधी समाजवादी पार्टी और बीएसपी अब ईवीएम के मुद्दे पर एक साथ हैं. अखिलेश यादव भी ईवीएम के बदले बैलेट पेपर से चुनाव करने की मांग कर रहे हैं. उनका दावा है कि बीजेपी वाले ईवीएम में गड़बड़ी कर चुनाव जीत लेते हैं.