लोकसभा चुनाव से पहले योगी ने भांपा जनता का मूड, लोगों ने की सरकारी कामकाज में देरी की शिकायतें
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इन दिनों यूपी के दौरे पर हैं. लोकसभा चुनाव से पहले वे जनता के द्वार पर जा कर जनता का मूड जानने निकले हैं. कभी वे पुलिस थाने का दौरा करते हैं तो कभी अस्पताल जाकर मरीज़ों का हाल चाल लेते हैं.
लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इन दिनों यूपी के तूफानी दौरे पर हैं. लोकसभा चुनाव से पहले वे जनता के द्वार पर जा कर जनता का मूड जानने निकले हैं. कभी वे पुलिस थाने का दौरा करते हैं तो कभी अस्पताल जाकर मरीज़ों का हाल चाल लेते हैं. योगी एक्शन में हैं और पुराने फॉर्म में भी. दिन भर के दौरे के बाद वे चौपाल लगाते हैं. पहली चौपाल सजी प्रतापगढ़ के गांव कंधई मधुपुर में. योगी जब मंच पर पहुंचे तो उनका ग़ुस्सा सातवें आसमान पर था. जनता उनसे काफ़ी दूर बैठी थी. योगी ने सबको अपने क़रीब मंच के पास बुलाया. इसके बाद लोगों ने सवाल-जवाब करना शुरू किया.
योगी ने पूछा कितने लोगों को पीएम आवास योजना में घर मिला? हाथ उठा कर बताएं. कुछ ने कहा मिला तो कुछ ने कहा नहीं मिला. योगी का अगला सवाल था, आपके गांव में टॉयलेट बना? सामने खड़ी भीड़ ने चिल्लाते हुए कहा- नहीं, किसी को नहीं मिला. यूपी के सीएम ने मंच पर ही जिले के डीएम से लेकर सीडीओ तक को बुलाया. अफ़सरों से उन्होंने कहा, जवाब दो जनता को. योगी ने मंच से कहा कल से गांव में कैंप लगा कर ये आपके खाते में टॉयलेट का पैसा डलवाएंगे. उन्होंने अधिकारियों को हफ़्ते भर में काम पूरा करने को कहा.
योगी आदित्यनाथ के सामने ही उनके सरकार के कामकाज की पोल खुल गई. जब उन्होंने चौपाल में मौजूद लोगों से पूछा “क्या आप सब का राशन कार्ड बन गया है?” तो जवाब आया, नहीं, सरकारी बाबू लोग पैसा मांगते हैं. योगी फिर ऐंग्री यंग मैन बन गए. उन्होंने अफ़सरों की तरफ़ देखते हुए कहा, “अब ये सब नहीं चलेगा. आप सुधर जाएं वरना हम सुधार देंगे". उन्होंने अधिकारियों को कैंप लगा कर राशन कार्ड बनाने को कहा. जनता ने योगी के लिए तालियां बजाईं. भीड़ में खड़ी पार्वती बोलीं, “अब महाराज जी इनकी ख़बर लिए हैं, अब हमार काम हो जायेगा".
योगी ने एक एक कर उज्जवला गैस योजना से लेकर जन धन योजना के बारे में जनता से पूछा. उन्होंने कहा अगर कोई सरकारी आदमी आपसे पैसा मांगता है तो पोर्टल पर हमें बताए. अगर आपके पास कोई वीडियो या फ़ोटो है तो पोर्टल पर भेज दें. हम ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे. योगी ने जनता से कहा कि आप सरकारी योजनाओं के बारे में पूरी जानकारी रखें, तभी तो आप उसका फ़ायदा ले पाएंगे. करीब दो घंटे तक चौपाल चली. योगी ने कुछ महिलाओं की गोद भराई कराई तो कुछ छोटे बच्चों को पहली बार अन्न भी खिलाया. चौपाल के बहाने योगी ने साल भर पुरानी अपने सरकार की जमीनी हकीकत भी जान ली.
योगी आदित्यनाथ के चौपाल में सबसे अधिक तालियां किसानों के कर्ज मांफी पर बजीं. उन्होंने बताया कि एक लाख तक के फ़सली कर्ज माफ किए गए हैं. योगी ने कहा डेडलाइन तो खत्म हो चुकी है लेकिन हमने कहा है कि जिन किसानों का बाकी रह गया है वे 30 अप्रैल तक शिकायत कर सकते हैं. उन्होंने माना कि बैंक वालों ने गड़बड़ियां की हैं. यूपी विधानसभा चुनाव में पीएम नरेन्द्र मोदी ने किसानों के कर्ज माफ करने का वादा किया था.
चौपाल के तुरंत बाद योगी आदित्यनाथ दयाराम सरोज के घर पहुंच गए. सरोज के घरवाले खाना बना कर उनका इंतज़ार कर रहे थे. दलित समाज में सरोज पासी जाति के हैं. जाटव के बाद पासी जाति का ही दलितों में दबदबा है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती जाटव है. योगी ने सोच समझ कर पासी परिवार के घर दाल रोटी खाई. यूपी में 21 प्रतिशत दलित आबादी है. 26 अप्रैल को योगी अमरोहा में चौपाल लगाएंगे और फिर दलित के घर भोजन करेंगे. बीजेपी के ग्राम स्वराज अभियान में पार्टी के सांसद, विधायक से लेकर सरकार के मंत्री तक गांव-गांव घूम रहे हैं.
योगी आदित्यनाथ ने रात बग़ल के सरकारी स्कूल में बिताई. इस सवाल पर कि दलितों के घर भोजन का आयडिया किसका है? वे बोले, “हम छुआछूत की राजनीति नहीं करते हैं. इस समाज के लोगों ने हमें वोट देकर दिल्ली से लेकर लखनऊ तक हमारी सरकार बनाई है. तो भला हम उनके बीच क्यों न जाएं”. जब ये पूछा गया कि राहुल गांधी तो संविधान बचाने की बात कर रहे हैं?, तो सवाल ख़त्म होने से पहले ही योगी बताने लगे, “वे क्या संविधान बचाने की बात करते हैं. राहुल गांधी तो संविधान की खिल्ली उड़ा रहे हैं. चुनाव हारते हैं तो ईवीएम को दोष देते हैं और कोर्ट में हारते हैं तो न्यायपालिका को दोष देते हैं”
राजनीति की महिमा अपरंपार है. कभी वो चौपाल बन जाती है तो कभी दलित भोज. वैसे तो मर्यादा पुरूषोत्तम राम ने भी शबरी के घर जूठे बेर खाए थे. लेकिन उस रिश्ते में वोटों का हिसाब किताब नहीं था. लेकिन अब तो हर बात ही सियासत से शुरू होती है और ख़त्म भी. इसकी महिमा गोरक्ष पीठ के महंत योगी आदित्यनाथ बखूबी जानते हैं.