लखनऊ: उत्तर प्रेदश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (एसपी) अध्यक्ष भले ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बंगला छोड़ कर चले गये हों लेकिन उससे जुड़ा विवाद उनका आज भी पीछा कर रहा है. पहले बंगला छोड़ने को लेकर ना-नुकुर और फिर बंगला छोड़ने के बाद टाइल्स, नल तोड़ने, स्वीमिंग पुल को तहस-नहस करने को लेकर अखिलेश सवालों के घेरे में हैं. हालांकि आज उन्होंने एक-एक सवालों के जवाब दिये और उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर बरसे.


अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार बिना वजह टोटी के लिए क्यों बदनाम कर रही है? हर आदमी मकान खाली करते समय अपना सामान ले जाता है. इसीलिए मैं भी घर छोड़ते समय अपनी चीजों को साथ ले गया. लेकिन यदि सरकार को पता है कि हम सरकारी सामान लेकर गए हैं, तो हमें उसकी लिस्ट दी जाए. हम उन्हें सामान लौटा देंगे. (


बीजेपी बोली- चोर की दाढ़ी में तिनका
अखिलेश के बयान पर योगी सरकार ने पलटवार किया है. सूबे के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि बंगला बचाने के लिए ख़ुद  कानून लाए थे. चोर की दाढ़ी में तिनका होता है तो वो बौखलाता ही है. इनकम टैक्स वालों को देखना चाहिए कि अखिलेश ने बंगले पर कितना खर्च किया? पढ़ा-लिखा आदमी दीवार न तोड़ता है न फोड़ता है. अखिलेश जी बताये कि दीवार में क्या था?


उन्होंने कहा कि अखिलेश जी का आचरण सभ्य होना चाहिए था. वे तो विदेशों में पढ़े हैं. उन्हें राज्यपाल के पद की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए था. जिस घर में वे रह रहे थे. वो उनका निजी मकान नहीं था. वो टैक्स के पैसे से बनता है. जिस हालत में वे घर में गए थे, उसी हालत में अखिलेश जी को घर छोड़ना चाहिए था.


अखिलेश ने क्या कुछ कहा?
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी के लोग उपचुनाव में हुई हार से बौखला गए हैं. इसीलिए इस तरह की चीजों का सहारा ले रहे हैं. उन्होंने कहा, "मुझे बदनाम करने लिए यह सबकुछ किया जा रहा है. भाजपा वाले छोटे दिल के हैं. उन्हें बड़ा दिल दिखाना चाहिए."



उन्होंने बंगला में हुई तोड़फोड़ पर राज्यपाल राम नाईक की ओर से जवाब मांगे जाने पर कहा कि ज्यपाल के अंदर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की आत्मा घुसी हुई है, इसीलिए वह कानून और संविधान को नजरअंदाज कर सरकार से बंगले की रिपोर्ट मांग रहे हैं.


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अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पूछा कि बीजेपी सरकार उन्हें बदनाम करने के लिए इतनी बड़ी साजिश क्यों रच रही है? क्या चार उप चुनाव हारने के बाद ऐसा लग रहा है कि उनके लिए अखिलेश यादव ही सबसे बड़ा खतरा है?


क्या है मामला?
पिछले दिनों जब पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सरकारी बंगला छोड़ कर गये उसके बाद बंगले की तस्वीर सामने आई. एबीपी न्यूज़ जब बंगले के भीतर पहुंचा तो सबकुछ टूटा फूटा था.



स्विमिंग पूल को सीमेंट से भर कर बंद करा दिया गया. फॉल सीलिंग्स और वायरिंग को उखाड़ दिया गया था. बिजली के सामान को निकाल लिया गया था, बाथरूम की टोंटियां तक तोड़ दी गई थी. जिसके बाद लोग अखिलेश यादव पर लगातार सवाल उठा रहे थे कि आखिर कोई पूर्व मुख्यमंत्री कैसे अपने पुराने आवास में तोड़-फोड़ करेगा. हालांकि ये साफ नहीं हुई थी कि आखिर बंगले में तोड़फोड़ किसने की.


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