लखनऊ: कुदरत की तबाही से यूपी में अब तक 70 लोगों की जान जा चुकी है. बुधवार की रात को राज्य के कई इलाक़ों में तेज़ हवा के साथ बारिश हुई. कुछ जगहों पर ओले भी पड़े. आंधी-तूफ़ान से आगरा में जान माल का सबसे अधिक नुकसान हुआ. ताज नगरी में 43 लोगों की मौत हो गई है जबकि 35 घायल हुए हैं.


योगी सरकार ने केन्द्र से 153 करोड़ की आर्थिक मदद मांगी है


बिजनौर और कानपुर देहात जिलों में तीन-तीन लोगों की जान गई है. योगी सरकार ने केन्द्र से 153 करोड़ 43 लाख रूपए की आर्थिक मदद मांगी है. इस मामले में केन्द्रीय कृषि मंत्रालय को चिट्ठी भेज दी गई है. हर मृतक के घरवालों को 4 लाख रूपए का मुआवज़ा देने का एलान किया गया है. प्रभावित इलाक़ों में राहत का सामान बांटने के आदेश दिए गए हैं. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में राज्य के कई इलाक़ों में आंधी-तूफान के साथ बिजली कड़कने का अलर्ट जारी किया है.


पीड़ितों को  हर तरह की मदद का भरोसा 


यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने फ़ोन पर ही सीनियर अफ़सरों से हालात के बारे में जानकारी ली. आगरा में कमिश्नर और डीएम ने मौक़े पर जा कर राहत और बचाव काम का जायज़ा लिया. राहत आयुक्त संजय कुमार ने सभी जिलों के डीएम को चिट्ठी लिख कर जान माल के नुक़सान का ब्यौरा मांगा है. योगी सरकार ने आंधी-तूफान से बेहाल हुए लोगों को हर तरह की मदद का भरोसा दिया है. गेहूं और दुल्हन की फ़सल कट चुकी है. इसीलिए किसानों को बहुत नुक़सान नहीं हुआ है.


क़ुदरत की तबाही के बीच योगी आदित्यनाथ के कर्नाटक दौरे को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. वहां के सीएम सिद्धरमैया ने ट्वीट किया है “ मैं दुखी हूं लेकिन आपके सीएम की यहां ज़रूरत है. मुझे उम्मीद है वे जल्द ही लौट कर यूपी में अपना काम शुरू करेंगे”. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर लोगों की मौत पर दुख जताया है. उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोगों की मदद करने की अपील भी की है.