लखनऊ: योगी आदत्यनाथ सरकार प्रदेश में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए तत्पर है. इसके लिए गुरुवार को पेश किए गए बजट में योगी सरकार ने संस्कृत शिक्षा के लिए खजाना खोल दिया. बजट में सरकार ने संस्कृत शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए 314.51 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है. योगी सरकार ने संस्कृत पाठशाला को आर्थिक सहायता के लिए 242 करोड़ रुपए दिए हैं.


संस्कृत स्कूल और डिग्री कॉलेज के लिए भी सरकार ने 30 करोड़ रुपए जारी किए हैं. काशी विद्यापीठ में संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 21 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. वहीं, बजट में 21.51 करोड़ रुपए का प्रावधान सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के लिए भी किया गया है. नए सैनिक स्कूल खोलने के लिए योगी सरकार ने 26.57 करोड़ रुपए जारी किए हैं.


यह योगी आदित्यनाथ सरकार का तीसरा बजट है. साल 2019-20 के लिए कुल 4.79 लाख करोड़ रुपए का योगी सरकार ने बजट पेश किया है. बजट की यह राशि पिछले साल से 12 प्रतिशत अधिक है. योगी सरकार ने तकनीकी शिक्षा पर भी बजट में घ्यान दिया है. इसके लिए सरकार मिर्जापुर और प्रतापगढ़ में दो इंजीनियरिंग संस्थान खोलने जा रही है.


इन संस्थान के निर्माण के लिए आठ करोड़ और चार करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है. सरकार ने बेसिक एजुकेशन के लिए 18,485 करोड़ और मिड डे मिल के लिए 2,275 करोड़ रुपए जारी किए हैं. प्राइमरी और अपर प्राइमरी एजुकेशन के लिए योगी सरकार ने 500 करोड़ रुपए दिए हैं.


प्रदेश के सभी कॉलेज और विश्वविद्यालय में वाईफाई लगाने के लिए 50 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं. यूपी सरकार राजधानी लखनऊ में एक इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईआईआईटी) की भी स्थापना करेगी.


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