लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने त्योहारों के मौके पर खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने मिलावटी नमूनों की जांच रिपोर्ट में भी तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि लंबे समय तक प्रकरणों के लंबित रहने से मिलवाटखोरों और भ्रष्टाचारियों को बढ़ावा मिलता है.
उन्होंने कहा कि नमूनों का जल्द से जल्ज विश्लेषण कर निर्धारित समयसीमा के अंदर जांच रिपोर्ट दी जाए.
मुख्यमंत्री शुक्रवार देर रात खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के कायरें की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने निर्देश दिए कि थोक एवं फुटकर औषधि लाइसेंस देने में भी देरी न की जाए. उन्होंने लाइसेंस प्रणाली का सुदृढ़ीकरण करते हुए पारदर्शिता के साथ संचालित किए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए.
मुख्यमंत्री ने मिलावटी खाद्य पदार्थों के नमूनों की जांच रिपोर्ट मानकों के विपरीत पाए जाने पर संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि यह भी देखा जाए कि संग्रहीत नमूनों में बदलाव या परिवर्तन की गुंजाइश न रहे.
उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट और खाद्य सुरक्षा के संबंध में जनजागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएं. अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशिक्षित और जनता को जागरूक किया जाए.
बैठक के दौरान प्रमुख सचिव खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन हिमांशु कुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि जांच के नमूनों की रिपोर्ट के कायरें में तेजी लायी गई है. लाइसेंस प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है.
उन्होंने बताया कि सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में खाद्य सुरक्षा के संबंध में विभागीय अधिकारियों द्वारा जनजागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. व्यापारी संगठनों के सहयोग से खाद्य कारोबारियों को खाद्य सुरक्षा के संबंध में प्रशिक्षित किया गया है.