लखनऊ: तब्लीगी जमात के मरकज में शामिल होने के बाद उत्तर प्रदेश में छुपे ‘कोरोना कैरियर’ पर उत्तर प्रदेश सरकार ने सख्त रुख अपनाया है. इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात तक पुलिस और खुफिया विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकें की. जिसका नतीजा रहा कि यूपी पुलिस ने प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में ताबड़तोड़ छापेमारी करते हुए अब तक 569 से ज्यादा ‘कोरोना कैरियर’ को चिन्हित कर लिया है.


चिन्हित किए गए ‘कोरोना कैरियर’ की पहचान पुलिस ने अभियान चलाकर की है. पहचान होने के बाद इन लोगों का सैंपल लिया गया है. साथ ही जिस जनपद ये हैं, वहीं इन सबको क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. इसके अलावा पुलिस ‘कोरोना कैरियर के संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की तलाश भी कर रही है.


यूपी पुलिस की कार्रवाई में 218 विदेशी ‘कोरोना कैरियर’ भी चिन्हित किए गए हैं, जो अलग-अलग समय पर टूरिस्ट वीजा पर उत्तर प्रदेश में आए थे. जो प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में रह रहे थे. इनमें से कुछ विदेशी तबीलीग जमात के मरकज में भी शामिल हुए थे. मरकज में शामिल होने वाले विदेशी ‘कोरोना कैरियर’ के पासपोर्ट जब्त कर पुलिस ने उन्हें क्वॉरेंटाइन कर दिया है. इसके साथ ही उनकी छानबीन की जा रही है. यही नहीं उत्तर प्रदेश पुलिस ने इन विदेशी ‘कोरोना कैरियर’ को ठहराने वालों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है.


‘कोरोना कैरियर’ को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी बंगले पर टीम-11 के अधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें उन्होंने कहा कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि जमात के लोगों की गलतियों का खामियाजा आम लोगों को न भुगतना पड़े. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मानवता के खिलाफ किसी भी तरह की साजिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जिन लोगों ने मानवता खिलाफ जाकर कार्य किया है, उन्हें कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.


मुख्यमंत्री योगी ने जमात से वापस आए लोगों की युद्ध स्तर पर तलाश करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने तथ्यों को छुपाया है उनकी पड़ताल की जाए और उनके खिलाफ सख्त से सख्त क़ानूनी कार्रवाई की जाए. जमात के जरिए जो लोग विदेश के हैं, उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए जाए.