लखनऊ: नेता बनने की ट्रेनिंग देने के लिए योगी सरकार ने स्कूल खोलने का फ़ैसला किया है. पॉलिटिक्स ट्रेनिंग इन्स्टिटूट ग़ाज़ियाबाद में बनेगा. कैबिनेट की बैठक के बाद यूपी सरकार ने इसका एलान किया. बिजली मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा ने इस बात की जानकारी दी. शुरूआती दौर में इस ट्रेनिंग स्कूल को बनाने के लिए 168 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है. इसके लिए ग़ाज़ियाबाद में 60 बीघा ज़मीन का इंतज़ाम कर लिया गया है. नगर निगम इसके लिए जमीन दे रही है.


पॉलिटिक्स ट्रेनिंग इन्स्टिटूट देश का पहला ऐसा संस्थान होगा. जहां नेता बनने के लिए पढ़ाया जायेगा. इसके लिए डिप्लोमा और डिग्री कोर्स शुरू किया जायेगा. जन प्रतिनिधियों को भी इस स्कूल में ट्रेनिंग दी जायेगी. विधायक से लेकर सांसद और मेयरों तक की क्लास चलेगी. संसद और विधानसभा में किस तरह से पेश आयें . सवाल पूछने के तरीक़े से लेकर जन प्रतिनिधियों के क़ानूनी अधिकारों के बारे में उन्हें बताया जायेगा.


सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने इस ट्रेनिंग इन्स्टिटूट को ग़ाज़ियाबाद में बनाने की वजह भी बताई. उन्होंने कहा कि दिल्ली से सटे होने के कारण जाने माने प्रोफ़ेसर पढ़ाने के लिए मिल जायेंगे. बताया जा रहा है कि मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे शुरू करने के लिए दो साल का समय दिया है. कैबिनेट की बैठक में पॉलिटिक्स ट्रेनिंग स्कूल खोलने का प्रस्ताव आने पर मंत्रियों ने सीएम का धन्यवाद किया.


बैठक में योगी ने कहा कि इससे राजनीति में आने वाले नौजवानों को अच्छे संस्कार मिलेंगे. इससे पहले कई राज्यों में विधायकों और सांसदों के लिए वर्कशॉप और क्लास तो होते रहे हैं. लेकिन इसके लिए एक इन्स्टिटूट बनाने की पहल योगी सरकार ने की है. ये प्रयोग कितना सफल रहेगा? इस पर देश भर की नज़र होगी. डिप्लोमा और डिग्री कोर्स में सिलेबस कैसा हो ? इसके लिए देश विदेश के जानकारों की एक एक्सपर्ट कमेटी बनाई जायेगी.